भैयाथान (संदीप पाल) सूरजपुर जिले के भैयाथान में गत 23 मई को एक बसपा नेता द्वारा जनअदालत के नाम पर एक युवक को सरे आम बीच चौक पर उठक बैठक कराये जाने और पीड़ित द्वारा बसपा नेता के खिलाफ कराई गई ऍफ़आईआर के विरोध में बसपा ने आज धरना प्रदर्शन का आह्वान किया था..लेकिन तनाव की स्थिति निर्मित ना हो इस लिए आज पूरे सूरजपुर जिले के विभिन्न थानों से पुलिस बल को भैयाथान बुलाया गया था और पूरे भैयाथान को पुलिस ने छावनी में तब्दील कर दिया था।
दरअसल बीते 23 मई को बसपा नेता द्वारा अपने साथियों के साथ मिल कर एक युवक को उसके घर से अगवा कर भैयाथान लाया गया और उसे धमकी देने के साथ चौक पर जन अदालत के नाम पर सरे आम उठक बैठक कराने के साथ ही पैर भी पडवाया गया था इतना ही नहीं इस कृत्य का वीडियो भी बनाया गया और शोशल मीडिया में वायरल किया गया था, जिसके बाद दूसरे दिन पीड़ित ने अपने साथियों के साथ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था।
लेकिन खुद की गलती को छुपाने और पुलिसिया कार्यवाही को कमजोर करने के मंसूबे से बसपा ने विरोध करते हुए धरना पर्दशन की चेतावनी दी थी.. जिसके मद्देनजर पूरे सूरजपुर जिले से भारी मात्रा में पुलिस बल भैयाथान बुलाया गया ताकि तनाव की स्थिति निर्मित ना हो. इस दौरान हाई स्कूल ग्राउंड में बसपा नेता के द्वारा पर्दशन करने की अनुमति भैयाथान एस डी एम के से ली गई थी.. वही धरना स्थल पर बसपा का धरना प्रर्दशन चल ही रहा था कि यादव समाज को भी इस बात की खबर लग गई की प्रदर्शन की अनुमति एसडीएम ने दी है. लिहाजा यादव समाज भी एकत्रित हो गया और वह भी धरना प्रर्दशन की अनुमति मांगने लगे.. जिसके बाद यादव समाज के द्वारा इसका विरोध किया गया.. वही भगदड की स्थिति बनते देख भैयाथान एसडीएम ने तत्काल धरना पर्दशन की अनुमति को वापस लिया और धरना पर्दशन कर रहे बसपा नेताओं को धरना स्थल से पुलिस के द्वारा भगाया गया.. बसपा नेताओं का धरना बंद कराये जाने के बाद यह विवाद शांत हुआ। वही इस विरोध को शांत करने के किये सूरजपुर से एडिशनल एसपी एस आर भगत भी पहुचे और उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जांच चल रही है। जांच में जो भी आरोपी होगा उसके ऊपर कार्यवाई की जायेगी। इस दौरान सूरजपुर एसडीएम बिजेंद्र सिंह पाटले, भैयाथान एसडीएम रवि सिंह, तहसीलदार तुलसी दास मरकाम, सूरजपुर नगर पुलिस अधिक्षक डीके सिंह, सहित पूरे जिले के विभिन्न थाने से भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।