साई बाबा महाविद्यालय पर अवैध वसूली का आरोप : कुलपति से शिकायत

  • प्राईवेट फार्म के नाम पर अवैध वसूली का आरोप
  • एनएसयूआई ने कुलपति का सौंपा ज्ञापन
  • कालेज के प्राचार्य के खिलाफ अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग

अम्बिकापुर

नगर के साॅई बाबा आर्दश महाविघालय में प्राईवेट फार्म के नाम पर अवैध वसूली करने का आरोप लगा है। आरोप लगाने वाले एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष सचिन जायसवाल सहित छात्रो नें सरगुजा विश्वविघालय के कुलपति से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा है। छात्रों का आरोप है कि साॅई महाविघालय द्वारा इस वर्ष होने वाली प्राईवेट परीक्षा के लिए जनभागीदारी शुल्क के नाम पर 500-600 रूपये परिक्षार्थियो से लिया जा रहा हैै। जबकि निजी महाविघालय में क्या जनभागीदारी समिति होती ही नही है।

अपनी नाराजगी कुलपति से व्यक्त करने पंहुचे छात्रो नें अपने ज्ञापन में विश्वविद्यालय प्रबंधन से पूंछा है कि अगर निजी कालेजो में जनभागीदारी समिति होती है तो उनके सदस्य कौन है और उसकी स्थापना किसके माध्य से की जाती है। छात्र नेताओ नें इस मसले पर कहा कि जब छात्रों के द्वारा प्राईवेट फार्म लिये जा रहे थे तो उन्होंने ओएमआर सीट के साथ 500-600 रूपये फीस भी देनी पडी थी । छात्रों द्वारा जब इस फीस की रशीद मांगी गई तो काॅलेज के प्राचार्य द्वारा यह कहा गया कि मैं इसके लिये बाध्य नही हूॅ। जब छात्रों द्वारा इसका विरोध किया गया तो प्राचार्य ने कहा कि मेरी शिकायत जंहा करना है वहा कर दो, मैं सब संभाल लूंगा।

छात्रों ने ज्ञापन के माध्यम से सवाल किया कि निजी महाविघालयो द्वारा यदि कोई फीस ली जाती है और वह जनभागीदारी शुल्क के नाम पर ली गई है तो क्या काॅलेज प्रशासन उसकी रशीद देने के लिए बाध्य नही है या निजी महाविघालय होने के कारण उसे सारे नियमों को उल्लघंन करने का अधिकार प्राप्त है। छात्रों ने पूर्व में भी इसकी शिकायत की थी परन्तु कोई कार्यवाही नही की गई। छात्रों नें कुलपति से मांग करते हुए कहा कि इस प्रकार की अवैध वसूली के लिए काॅलेज के प्राचार्य को जिम्मेदार मानते हुए उन्हें उनके पद से हटाने  या फिर सरगुजा विश्वविद्यालय द्वारा महाविघालय की मान्यता समाप्त कर प्राचार्य पर अपराधिक प्रकरण दर्ज कराने की मांग की है।