[highlight color=”black”]अम्बिकापुर [/highlight]
[highlight color=”red”]“संजय रजक”[/highlight]
अम्बिकापुर पुलिस ने कफ सीरप खपाने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। शहर की मणिपुर चौकी पुलिस ने गिरोह के 3 सदस्यो को 400 नग कफ सीरप के साथ गिरफ्तार किया है। मुखबिर की सूचना पर वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक संदिग्ध बोलेरो वाहन की जांच की । जिसे पुलिस ने 400 नग कफ सीरप बरामद किया है । गौरतलब है की नशे का ये सामान गढवा से अंबिकापुर लाया जा रहा था । जंहा पंहुच कर आरोपी इसको खपाने की फिराक मे थे कि मुखबिर की सूचना पर आऱोपियो के मंसूबे मे पानी फिर गया और पुलिस ने बस स्टैंड के पास रिंग रोड से प्रतिबंधात्मक दवाओ की खेप के साथ तीन आरोपियो को हिरासत मे ले लिया। फिलहाल मणिपुर पुलिस ने पकडे गए आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 22 के तहत कार्यवाही की गई है ।
गौरतलब है कि कोरेक्स और इसके जैसे कई कफ सीरप का इस्तेमाल नशे के रूप में किया जाता है । बडे पैमाने मे युवा वर्ग द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले कफ शिरफ की खेप पहले भी पडोसी राज्य झारखंड और उडीसा से यंहा खपाया जाता रहा है। जानकारी के मुताबिक शहर के कुछ मेडिकल स्टोर इस अवैध कफ सीरप को शहर के युवाओ के बीच खपाने का काम करते है। लेकिन पुलिस और औषधि नियंत्रण विभाग कुंभकरणीय नींद मे होने के कारण इन पर कोई कार्यवाही नही करता है। क्योकि ये पहला मौका नही है जब शहर मे किसी आरोपी से इतनी तादाद मे प्रतिबंधात्मक दवाओ का जखीरा बरामद किया गया हो। इससे पहले भी इसी क्षेत्र मे एक कार के एक्सीडेंट के बाद उससे कफ सीरप की खेप बरामद हुई थी।
[highlight color=”blue”]पडोसी राज्य से लाया जा रहा था कफ सीरप[/highlight]
पुलिस सूत्रो के मुताबिक पकडे गए आऱोपी झारखंड के गढवा से बोलरो वाहन क्रमांक एम पी 09 9641 मे 400 नग कफ सीरफ लेकर अम्बिकापुर पंहुचे थे। पकडे गए तीनो आरोपी स्थानिय है। इन आरोपियो मे महामाया चौक के पास रहने वाला अशफाक आलम , पंचदेव मंदिर के पास रहने वाला नवीन गुप्ता और तीसरा आरोपी परमजीत उपाध्याय नाम का आऱोपी अवैध धंधो के लिए चर्चित बरगीडीह गांव का निवासी बताया जा रहा है।
[highlight color=”blue”]उपर के पैकेट मे लिखा है कोड[/highlight]
मणिपुर चौकी पुलिस ने आऱोपियो से जो 400 नग कफ शीरफ बरामद किया है , उसके उपर लगे बोरे के कवर मे एक ऐसा कोड लिखा है । कोड मे लिखा है “चीनी चोर 5 प्लस 12*40 लरी” । बिल्कुल नए तरीके के इस कोड को लेकर पुलिस ने आऱोपियो से पूछताछ तो शुरु कर दी है। लेकिन इस कोड को लेकर ये माना जा रहा है कि कोरेक्स की अवैध बिक्री मे लगे पडोसी राज्य के तस्कर इस कोड का इस्तेमाल करते होगे। फिलहाल पुलिस के लिए इस कोड की जांच करना भी एक चुनौती है।
[highlight color=”blue”]सीएसपी ने कहा[/highlight]
मणिपुर चौकी पुलिस को सूचना मिली कि एमपी 09 प्रतिबंधात्मक दवाईयो का परिवहन किया जा रहा है। जिसके बाद मुखबिर की सूचना पर उक्त स्थान पर पुलिस द्वारा नाकाबंदी करके वाहन रुकवाया गया और वाहन की तलाशी लेकर आरोपियो को गिरफ्तार किया गया है। जिनसे 400 नग कफ सीरफ बरामद किया गया है। सीएसपी गरिमा डी उपाध्याय के मुताबिक उच्च अधिकारियो की मार्गदर्शन मे समय समय पर ऐसी कार्यवाही की जाती रही है और भविष्य मे प्रतिबंधात्मक दवाईयो की बिक्री के लिहाज से कार्यवाही जारी रहेगी। फिलहाल पकडे गए आऱोपियो के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट 22 के तहत कार्यवाही की गई है। जिसके बाद आरोपियो से इस बात की भी पूछताछ की जा रही है कि इतनी मात्रा मे कफ सीरप आखिर कंहा से लाया जा रहा था और स्थानिय स्तर पर इसे किनके माध्यम से खपाया जा रहा था।