जशपुरनगर
कुपोषित बच्चों को गोद लेने का सिलसिला जारी
बच्चों में कुपोषण दूर करने और आंगनबाड़ी केन्द्रों की सेवाओं के उन्नयन तथा प्रदायित रेडी टू ईट फूड की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित किये जाने हेतु शुरू किये गये वृहद अभियान ’’आंगनबाडी गुणवत्ता उन्नयन अभियान’’ के तहत स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, सक्षम समूहों और संस्थाओं, अधिकारियों द्वारा आंगनबाडि़यों और कुपोषित बच्चों को गोद लेने का सिलसिला जारी है। आंगनबाड़ी केन्द्रों को गोद लेने वाले जनप्रतिनिधि, नागरिक, समूह तथा संस्था को ‘आंगनबाड़ी मित्र’ और कुपोषित बच्चों को गोद लेने वालों को बाल मित्र कहा जाएगा। इस दौरान आंगनबाडी मित्र व बाल मित्रों द्वारा गोद लिए गए 06 माह से 05 वर्ष तक के कुपोषित बच्चों के कुपोषित बच्चों से गृह भेंट कर उनकी उपरी बांह की परिधि को एमपूएसी टेप से नापा जा रहा है एवं अति गंभीर कुपोषित बच्चों को अवश्यकातानुसार एनआरसी केन्द्र का लाभ दिलाया जा रहा है। पारिवार के सदस्य को कुपोषण के कारण एवं दूर करने के यथोचित उपायों पर परामर्श तथा आंगनबाडी केन्द्र से मिलने वाली सभी सेवाओं को प्राप्त करने हेतु जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा।
शुक्रवार को केन्द्रीय इस्पात एवं खान मंत्री श्री विष्णुदेव साय के द्वारा ग्राम मुस्कुटी के आंगनबाडी केन्द्र की कु. खुशबु पैंकरा एवं उनकी पत्नी श्रीमती कौशल्या साय के द्वारा आंनगाबडी केन्द्र ढोढीडीपा के कुपोषित बच्ची कु. प्रीति को गोद लिया गया है। श्री हिम शिखर गुप्ता कलेक्टर जशपुर के द्वारा अपने गोद लिए आंगनबाडी केन्द्र कदमटोली एवं गोद लिए कुपोषित बच्चें कु. रूरजमनी के माता से भंेट किया गया। श्री दीपक सोनी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत जशपुर के द्वारा आ.बा. केन्द्र पुरनानगर-2 व कुपोषित बच्ची कु. अश्विना पिता- सुखदेव से भेंट किया गया। श्री राजेन्द्र कटारा एसडीएम बगीचा के द्वारा आंगनबाडी केन्द्र लोटा व कुपोषित बच्चें से, जिला-पंचायत अध्यक्ष श्रीमती गोमती साय के द्वारा आंगनबाडी केन्द्र भण्डार पारा व कुपोषित बच्चे समर यादव को गोद लिया गया। श्री रोहित साय विधायक कुनकुरी के द्वारा आंगनबाडी केन्द्र तामासिंघा व कुपोषित बच्चे कु. सेवंती, श्री हीरूराम निकुंज नगर पालिका अध्यक्ष के द्वारा आंगनबाडी केन्द्र गढाटोली व कुपोषित बच्चे प्रतिक को गोद लिया गया है। इस दौरान कुपोषित बच्चों के लिए संतुलित आहार के रूप में तिरंगा भोजन किट जो संतुलित आहार का प्रतीक है अपने गोद लिए बच्चों को प्रदाय किया गया। इसी प्रकार के संतुलित आहार कुपोषित बच्चों को प्रदाय करने का आग्रह उनके पालकों से किया गया। पालकों ने अपने बच्चे का देख भाल करने व कुपोषण से सुपोषित करने के लिए सार्थक प्रयास करने का आश्वासन दिया।
अभियान के इस चरण में आज तक जनप्रतिनिधियों एवं जिला स्तरीय अधिकारीयों द्वारा 103 आंनगबाडी केन्द्र व कुपोषित बच्चों इसके अतिरिक्त जिले की आंगनबाडी केन्द्रों को गोद लेने वाले आंगनबाड़ी मित्रों कि संख्या 1403 एवं कुपोषित बच्चों को गोद लेने वाले बाल मित्रों की संख्या 11063 हो चुकी है।