- कलेक्टर श्री प्रकाष ने ट्रेनिंग सेंटर का किया निरीक्षण
- निर्माण कार्य की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं होगा -श्री प्रकाष
बैकुण्ठपुर
कलेक्टर श्री एस. प्रकाष ने कल जिले के प्रमुख पर्यटन स्थल अमृतधारा में निर्माणाधीन टेªनिंग सेंटर का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण कार्य में लगने वाले फ्लाई एष द्वारा निर्मिर्त इंट आदि का अवलोकन भी किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अमृतधारा में टेªनिंग सेंटर की निर्माण कार्य की गुणवत्ता में कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने निर्माण एजेंसी को निर्माण कार्य को निर्धारित समयवाधि में पूर्ण गुणवत्ता के साथ पूर्ण करने के निर्देष दिए। अमृतधारा में ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना डेढ़ लाख रूपए की लागत से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बैकुण्ठपुर द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संजीव झा, जिले के पुलिस अधीक्षक श्री बीएस ध्रुव, बैकुण्ठपुर अनुभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व श्री नूतन कंवर तथा ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बैकुण्ठपुर के कार्यपालन अभियंता श्री भु आर्य भी उपस्थित थे। श्री प्रकाष ने अपने पर्यटक स्थल अमृतधारा के भ्रमण के दौरान झूलाघर, चिल्ड्रन पार्क, प्रवेश द्वार, पार्किंग स्थल, गार्डन, कैंटिन, सोलर लाईट आदि का घुम-घुम कर अवलोकन किया। श्री प्रकाष ने बताया कि छत्तीसगढ़ में अमृतधारा जल प्रपात प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने की ओर अग्रसर है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर पार्किंग, गार्डन, कैंटिन और सुव्यवस्थित आराम गृह बनाए गए है। साथ ही बच्चों के मनोरंजन के लिए खेलकूद के उपकरण, झूल आदि लगाए गए है। जो पर्यटकों का आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि हसदो नदी चट्टानों के मध्य से होकर करीब 200 फीट की उंचाई से गिरकर मनोरम अमृतधारा जल प्रपात का निर्माण करती है। बारिस, ठंड और गर्मी तीनों ही मौसमों में जल प्रपात के अनुपम रूप और अलग-अलग दृश्य देखने को मिलतें है। गिरते झरने के बीच आंेस जैसी बुंदो को निहारना निश्चित ही मन को शीतलता और आंखो को सूकुन प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि प्रमुख पर्यटन केन्द्र अमृतधारा के विकास के साथ स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए गए है। यहां पार्किंग की जिम्मा स्थानीय युवाओं के हाथों में दी गई है। साथ यहां चलने वाले होटल में कुक से लेकर अन्य सभी कार्याें के लिए युवाओं को प्रशिक्षण देकर रोजगार के अवसर प्रदान किया गया है। पर्यटन स्थल अमृतधारा के रख-रखाव और संपूर्ण सुरक्षा की जिम्मेदारी भी स्थानीय युवाओं को ही सौंपी गई है। एक औसत के अनुसार प्रतिदिन यहां लगभग एक हजार से अधिक पर्यटक घूमने और मनोरंजन के लिए आ रहें है। उन्होंने बताया कि पर्यटकों की सुविधा के लिए शनिवार एवं रविवार को सीटी बस की विशेष सुविधा प्रदान की गई है।