रायपुर. भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक अशोक बजाज ने पुलवामा घटना के शहीदों की सहायतार्थ एकत्रित राशि को शहीद कोष में 14 माह विलंब से जमा कराए जाने पर पूरे मामले की जाँच की मांग की है. अशोक बजाज ने कहा कि ज़िला सहकारी बैंक के हज़ारों कर्मचारियों के एक दिन का वेतन शहीदों के परिजनों की सहायतार्थ एकत्र करने के बाद वह राशि समय पर शहीद कोष में जमा नहीं होना शहीदों के प्रति कांग्रेस की असंवेदनशीलता की ओर संकेत करता है.
भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक श्री बजाज ने कहा कि शहीदों के प्रति सम्मान व्यक्त कर सहकारी बैंक के हज़ारों कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन दान किया था. लेकिन वह राशि शहीद कोष में जमा कराई ही नहीं गई. अभी हाल ही जब कोरोना संक्रमण के दौरान फिर से इन कर्मचारियों से एक दिन के वेतन की कटौती की जा रही थी तो कर्मचारियों ने पुलवामा घटना के बाद दी गई राशि के बारे में पूछताछ की और तब जाकर इस अनियमितता का भांडा फूटा.
अधिकारियों ने इसके बाद आनन-फानन वह राशि शहीद कोष में जमा कराई. श्री बजाज ने इस मामले की जाँच की मांग करते हुए कहा कि यह घटना शहीदों के प्रति बैंक कर्मचारियों की भावनाओं का खुला अपमान है. प्रदेश सरकार इस मामले की जाँच कराते समय इस बिंदु पर भी फोकस करे कि आख़िर पुलवामा के शहीदों की राशि समय पर शहीद कोष में जमा क्यों नहीं कराई गई थी? लगभग 14 माह तक यह राशि कहाँ थी और उसका क्या उपयोग हुआ? जिला बैंक के कर्मचारियों को इस योगदान के लिए धन्यवाद देते हुए इस अनियमितता के लिए ज़िम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की.