अम्बिकापुर. अम्बिकापुर में एक डीएसपी को बीजेपी विधायक के भाई से विवाद करना महंगा पड़ गया। डकैती के मामले में ग्रामीणों की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे बीजेपी विधायक के भाई ने थाने में हंगामा करते हुए डीएसपी को देख लेने की धमकी दी थी। बता दें कि, घटना के कुछ घंटे बाद ही लखनपुर थाना प्रभारी एसपी शुभम तिवारी को हटाकर मनोज कुमार प्रजापति को लखनपुर थाना का प्रभारी बनाया गया हैं।
गौरतलब हैं कि, सरगुजा में एसईसीएल की अमेरा ओपन कास्ट माइंस से पिछले दिनों काॅपर केबल की चोरी का मामला सामने आया था। हथियार बंद ग्रामीणों द्वारा खदान से केबल काटकर ले जाया गया था। इस मामले पर लखनपुर पुलिस ने एसईसीएल प्रबंधन की रिपोर्ट पर डकैती का अपराध दर्ज कर स्थानीय ग्रामीणों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। ग्रामीणों की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी विधायक राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल की अगुवाई में मंगलवार को स्थानीय ग्रामीणों ने लखनपुर थाना का घेराव कर दिया था।
ग्रामीणों द्वारा पुलिस पर एसईसीएल प्रबंधन के साथ मिलीभगत कर फर्जी एफआईआर दर्ज करने और भूमि अधिग्रहण का विरोध कर रहे ग्रामीणों को डकैती के मामले में गिरफ्तार करने का आरोप लगाया गया था। ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के दौरान ही बीजेपी विधायक राजेश अग्रवाल के भाई विजय अग्रवाल का लखनपुर थाना प्रभारी डीएसपी शुभम तिवारी से विवाद हो गया। विवाद बढ़ने पर विधायक के भाई ने थाने के अंदर ही डीएसपी को धमकी भरे लहजे में…..तेरे को देखना पड़ेगा, याद रखेगा कह दिया था। इस घटना का विडियों भी सोशल मीडिया में अब वायरल हो रहा हैं।
इस घटना के बाद अंबिकापुर एसपी विजय अग्रवाल ने उसी दिन देर शाम डीएसपी को लखनपुर थाना प्रभारी के पद से हटा दिया। प्रशिक्षु डीएसपी शुभम तिवारी को मुक्त कर दिया गया हैं। एसपी ने लखनपुर थाना का चार्ज मनोज कुमार प्रजापति को सौंपा हैं।बता दें कि, प्रशिक्षु डीएसपी शुभम तिवारी को लखनपुर थाना टीआई का प्रभार 3 दिसंबर 2023 को दिया गया था। दो माह की प्रशिक्षण अवधि 6 फरवरी 2024 को पूरी हो गई थी। जिसके बाद उन्हें अभियोजन कार्यालय में प्रशिक्षण का आदेश जारी हो गया था। लेकिन, इस दौरान राजनीतिक विवाद होने के बाद एसपी ने तुरंत ही डीएसपी को लखनपुर से हटाकर दिया हैं।
बता दें कि, प्रशिक्षु डीएसपी शुभम तिवारी को लखनपुर थाना टीआई का प्रभार 3 दिसंबर 2023 को दिया गया था। दो माह की प्रशिक्षण अवधि 6 फरवरी 2024 को पूरी हो गई थी। जिसके बाद उन्हें अभियोजन कार्यालय में प्रशिक्षण का आदेश जारी हो गया था। लेकिन, इस दौरान राजनीतिक विवाद होने के बाद एसपी ने तुरंत ही डीएसपी को लखनपुर से हटाकर दिया हैं।देखिए वीडियो –
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