अम्बिकापुर : सरगुजा पुलिस ने उदयपुर थाना क्षेत्र के ग्राम लैंगा में हुए ट्रिपल मर्डर की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने इस भयानक हत्या की वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जिसने 10 साल के मासूम बच्चे और उसकी मां सहित एक बुजुर्ग व्यक्ति की गला रेत कर हत्या कर दी थी।
जानकारी के अनुसार बुधवार की दरमियानी रात को ग्राम लैंगा (चट्टीपारा) निवासी अरविंद सिदार पिता बसंत सिदार ने अपने पड़ोसी लैंगा निवासी 28 वर्षीय कलावती और उसके बेटे 10 वर्षीय चंद्रिका और ससुर 55 वर्षीय मेघुराम की गला रेतकर हत्या की थी। इस वारदात की खबर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल तक भी पहुंची और इस तरह की घटनाओं पर नाराजगी भी जताई। सीएम ने सरगुजा रेंज आईजी और एसपी को फोन पर तत्काल आरोपी को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए थे। फिर पुलिस ने काफी जांच-पड़ताल के बाद वारदात को अंजाम देने वाले आरोपी को 24 घंटे के भीतर ही अपनी गिरफ्त में ले लिया।
बताया गया कि मृतिका कलावती के पति की 3 वर्ष पहले जहर सेवन के कारण मौत हो गई। इसके बाद पड़ोस में ही रहने वाले अरविंद सिदार के साथ मृतिका का प्रेम-प्रसंग चलने लगा। मृतिका सूरजपुर में भी काम करने जाया करती थी। जहां एक व्यक्ति के साथ उसका जान पहचान हो गया और वह व्यक्ति मृतिका के घर मिलने भी आया करता था और यह बात मृतिका के प्रेमी अरविंद सिदार को नागवार गुजरी और वह घटना दिनांक 8 सितंबर की दरम्यानी रात को पूरी प्लानिंग के साथ मृतिका के घर मे घुसा। जहां मृतिका कलावती सो रही थी। वहां पहुंचने के बाद आरोपी ने मृतिका के ऊपर वार किया। जिससे बगल में सो रहा उसका बेटा जाग गया। फिर आरोपी ने बच्चे पर भी वार किया। जिसके बाद मृतिका बच्चे को बचाने लगी। फिर आरोपी ने मृतिका कलावती पर वार किया और बच्चा वहां से डर कर भागने लगा। चाकू से हमले में बच्चे का पेट फट गया था और वह घर के बाहर 25 मीटर दूर पर गिर गया और अपनी मां को चिल्लाने लगा। बच्चे की आवाज सुनने पर आरोपी ने घर से बाहर आकर बच्चे का गला रेत दिया।
इधर चिल्लाने की आवाज सुनकर पड़ोस में रहने वाले मृतिका के ससुर 55 वर्षीय मेघुराम भी मौके पर पहुंच गए। फिर आरोपी ने उसका भी गला रेत कर हत्या कर दिया। गला रेतने के बाद आरोपी ने अपने कपड़े और मृतिका के मोबाइल को जलाकर तालाब में गाड़ दिया और चाकू को ले जाकर अपने घर के पास धान के खेत में फेंक दिया था।
घटना की सूचना पर सरगुजा एसपी, एडिशनल एसपी, सीएसपी सहित उदयपुर पुलिस टीम, एफएसएल टीम, फोरेंसिक एक्सपर्ट भी मौके पर पहुंचे थे। जिन्होंने काफी जांच-पड़ताल के बाद इस मामले को सुलझा लिया है।
इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों सहित उदयपुर थाना प्रभारी उप निरीक्षक धीरेन्द्र दुबे, निरीक्षक दिलबाग सिंह, सहायक उप निरीक्षक समरेंद्र सिंह, राजेन्द्र सिंह, प्रधान आरक्षक शत्रुघ्न सिंह, संतोष गुप्ता, आरक्षक अमित विश्वकर्मा सहित अन्य पुलिस स्टॉफ सक्रिय रहे।