सरगुज़ा : शराब पीने से मना करना पत्नी को पड़ा महंगा… पति ने मारकर नाले में फेंक दी लाश..

अनिल उपाध्याय, सीतापुर। पाँच दिन पूर्व हुये महिला के अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुये पुलिस ने हत्या के जुर्म में पति को गिरफ्तार कर लिया है। शराब पीने को लेकर बार-बार मना करने से नाराज पति ने पत्नी की हत्या कर दी थी और पत्थर बाँध कर शव नाले में फेंक दिया था। तीन दिन बाद जब महिला का शव बाहर आया, तब लोगो की नजर उस पर पड़ी और उन्होंने पुलिस को खबर कर दी। इस अंधे हत्याकांड की गुत्थी सुलझाने पुलिस को काफी पापड़ बेलने पड़े तब कही जाकर यह मामला सुलझ पाया।फिलहाल पुलिस ने हत्या के आरोप में पति को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।

इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार ग्राम बथानपारा थाना पत्थलगांव जिला जशपुर निवासी 35 वर्षीय समील कुजूर आ० लक्ष्मण कुजूर शराब पीने का आदि था, जो उसकी पत्नी मिलो कुजूर को पसंद नही था। वो इस बात को लेकर हमेशा अपने पति को टोका करती थी जिसकी वजह से दोनों के बीच हमेशा नोकझोंक हुआ करता था। शराबी पति का ये हाल था कि वो रिश्तेदारों के यहाँ भी जाता तो शराब के नशे में धुत हो जाया करता था। जिसकी वजह से उसकी पत्नी उसे छोड़कर पैदल घर आ जाय करती थी।

घटना के एक दिन पहले भी दोनों पति-पत्नी अपने रिश्तेदार के यहाँ आमागोड़ा गये हुये थे। जहाँ पति शराब के नशे में टुन्न हो गया। जिसकी वजह से पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ और पत्नी पैदल घर जाने के लिए निकल पड़ी किंतु वो घर नही पहुँची।पति भी उस रात अपने घर न जाकर अपने पिता के नए घर मे जाकर सो गया था। आखिरकार तीन दिन बाद घर जाने निकली महिला की लाश बथानपारा फुटहामुड़ा खेत के पास नाले में सड़ी गली अवस्था मे पड़ी मिली। ग्रामीणों द्वारा प्राप्त सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुँची और शव को बाहर निकलवा मौके पर ही उसका पोस्टमार्टम करा शव को दफना दिया और शक के आधार पर पति को गिरफ्तार कर थाने ले आई।

पूछताछ के दौरान मृतिका का पति पुलिस को काफी घुमाता रहा। किंतु थोड़ी कड़ाई बरतने के बाद उसने गुनाह कबूल ली। पति ने बताया कि पत्नी द्वारा शराब पीने से बार-बार मना करने पर वह नाराज होकर उसकी हत्या कर दी थी और शव में पत्थर बांधकर नाले में डाल दिया था। पति द्वारा गुनाह कबूल करने के बाद पुलिस ने उसके विरुद्ध धारा 302 के तहत हत्या का अपराध दर्ज करते हुए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।

इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाने में थाना प्रभारी रूपेश नारंग, स०उ०नि० डेविड मिंज, शशिप्रभा दास, प्र०आ० नंदकुमार प्रजापति, गौटिया राम मरावी, आर० रविनारायण, पंकज देवांगन, संजीव चौबे, अनिल पैंकरा, सिकंदर आलम, शरद राजवाड़े, जोगी बड़ा, विनायक लकड़ा ने सक्रिय भूमिका निभाई।