सीतापुर (अनिल उपाध्याय)…क्षेत्र में अवैध रूप से बेजुबान मवेशियों की तस्करी धड़ल्ले से जारी है। पशु तस्करी के इस अवैध कारोबार में कई गिरोह क्षेत्र में सक्रिय हैं। जिसकी वजह से यह क्षेत्र पशु तस्करों का गढ़ बनता जा रहा है। विगत दिनों मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बेखौफ पशु तस्करों द्वारा अवैध रूप से बूचड़खाने ले जा रहे बेजुबान मवेशियों को पिकप वाहन समेत जब्त किया है। पिकप लावारिस हालत में गांव में खड़ी थी। चालक मवेशी से भरा पिकप छोड़कर फरार हो गया था। पुलिस ने पशु तस्करी में लिप्त वाहन जब्त कर मवेशियों को गौशाला के सुपुर्द कर दिया है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी अनुसार पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि, ग्राम कपाटबहरी में मवेशियों से भरी एक पिकप वाहन कीचड़ में फंसी हुई है। मौके पर पहुँची पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से कीचड़ में फंसी हुई पिकप वाहन को बाहर निकाला। तलाशी के दौरान पुलिस को पिकप वाहन में 13 नग मवेशी मिले। जिन्हें तस्करो ने बड़ी बेरहमी के साथ हाथ पैर बांधकर पिकप में भरकर रखा था। दरअसल, पशु तस्कर अवैध रूप से मवेशियों को पिकप में भरकर रांची स्थित बूचड़खाने ले जा रहे थे। तभी वाहन चालक रास्ता भटककर ग्राम कपाटबहरी पहुँच गया। जहाँ उसकी मवेशी से भरी पिकप वाहन कीचड़ में जा फंसी। इस दौरान चालक पकड़े जाने के बाद मारपीट के डर से वहाँ से भाग निकला।सुबह 5 बजे ग्रामीणों ने मवेशियों से भरी लावारिस पिकप देख पुलिस को सूचित किया। जिसके बाद मौके पर पहुँची पुलिस मवेशी से भरी पिकप वाहन क्र-JH 09 AY 9250 को जब्त कर थाने ले आई। जहाँ से मवेशियों को देखरेख हेतु ग्राम सोनतराई स्थित निखिल गौशाला के सुपुर्द किया गया। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात पशु तस्करों के विरुद्ध छ ग कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम 2004 की धारा 4,6,10 एवं पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11(डी) के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। वही वाहन क्रमांक के आधार पर पुलिस पशु तस्करों की सुराग जुटाने में लगी हुई हैं।
थम नही रहा पशु तस्करी का खेल, क्षेत्र बनता जा रहा है पशु तस्करों के गढ़-
क्षेत्र में पशु तस्करी का अवैध कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है। संगठित गिरोह बनाकर क्षेत्र में किये जा रहे पशु तस्करी की वजह से यह क्षेत्र पशु तस्करी का गढ़ बनता जा रहा है। ग्राम पेंट, तेलाइधार, टोकोपारा, एरंड नवापारा जैसे कई गांव ऐसे है। जहाँ से पशु तस्करी का खेल बेखौफ होकर संचालित किया जाता है। अभी कुछ दिन पहले बूचड़खाने ले जाते हुए पशु तस्करों के एक पूरा गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा था। इस गिरोह के 12 से 15 सदस्य लगभग डेढ़ सौ मवेशी ग्राम केरजु के रास्ते बूचड़खाने ले जा रहे थे। मुखबिर की सूचना पर ग्राम केरजु पहुँची पुलिस ने पूरे गिरोह को रंगे हाथों पकड़ा था। जिसके बाद तस्करो ने पुलिस को ऐसी क्या घुट्टी पिलाई की हाथ आये गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने बाकी सभी को छोड़ दिया था। इस मामले में बूचड़खाने ले जाये जा रहे मवेशियों की जब्ती भी आधे से कम की गई थी। यही वजह है कि क्षेत्र में पशु तस्करी का अवैध कारोबार दिनोंदिन फलता फूलता चला जा रहा है। कार्रवाई के अभाव में इनके हौसले काफी बुलंद हो गए है।