सीतापुर (फटाफट न्यूज) | अनिल उपाध्याय
सरगुजा: देर रात सर्पदंश से पीड़ित युवक की उपचार के दौरान चिकित्सक द्वारा बरती गई लापरवाही से जान चली गई। युवक की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने हॉस्पिटल के सामने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान आक्रोशित लोगों ने चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की माँग करते हुए स्वास्थ्य विभाग में अव्यवस्था का आरोप लगा जमकर नारेबाजी की। मामला बिगड़ता देख पुलिस बल समेत मौके पर पहुँचे। थाना प्रभारी ने लोगो को समझा बुझाकर शव को हॉस्पिटल भिजवाया। तब कही जाकर लोगो ने सड़क से चक्काजाम हटाया। इस दौरान मौके पर अफरा तफरी का माहौल निर्मित होने से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई थी।
जानकारी के अनुसार पड़ोसी राज्य झारखंड के सिसरी गाँव जिला गढ़वा निवासी पोकलेन चालक विकास पासवान को सोने के दौरान रात 1 बजे करैत साँप ने काट लिया। जिसे साँप काटने के 10 मिनट बाद उपचार हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहाँ ड्यूटी में मौजूद चिकित्सक को युवक के साथियों ने करैत साँप द्वारा काटे जाने की बात बताई। जिसे सुनकर भी चिकित्सक ने अनसुना कर दिया। उनका कहना था कि थोड़ी देर मरीज की हालत देख लेते है। उसके बाद उपचार शुरू करेंगे। युवक के साथी चिकित्सक को साँप द्वारा डसे हुए अंग दिखाकर बार बार उपचार करने का अनुरोध कर रहे थे, ताकि युवक की जान बच जाए। लेकिन चिकित्सक ने उनकी बात नही सुनी और अपनी बातों पर अड़े रहे।
इस बीच युवक की हालत बिगड़ने लगी। सर्पदंश के लक्षण के अनुसार काटे हुए जगह पर जलन के साथ युवक को उल्टी और साँस लेने में दिक्कत होने लगी। भर्ती करने के दो घँटे बाद जब युवक की हालत गंभीर हो गई तब चिकित्सक को होश आया और उन्होंने युवक का उपचार शुरू किया। इस बीच युवक के शरीर में साँप का जहर अपना असर कर चुका था। उपचार में हुई देरी के कारण युवक की मौत निश्चित देख उपचार के बाद उसे रेफर करने की भी तैयारी हो चुकी थी। ताकि युवक की मौत से स्वास्थ्य विभाग अपना पल्ला झाड़ सके। पर ऐसा नही हो सका उपचार के दौरान ही युवक ने हॉस्पिटल में दम तोड़ दिया।
युवक की मौत के बाद लोग आक्रोशित हो गए। उन्होंने चिकित्सक पर उपचार में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल के सामने मृत युवक का शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। चक्काजाम के दौरान लोग लापरवाह चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई की माँग करते हुए स्वास्थ्य विभाग में जारी अव्यवस्था के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। इस दौरान वहाँ अफरा तफरी का माहौल निर्मीत हो गया था। जिसकी वजह से सड़क के दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई थी। माहौल तनावपूर्ण होता देख मौके पर तहसीलदार प्रमोद कुमार, थाना प्रभारी रूपेश नारंग पहुँचे। इन अधिकारियों ने लोगो को समझा बुझाकर माहौल शांत कराते हुए सड़क से चक्काजाम हटवाया। मामला शांत होने के बाद युवक का शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप गया। जिसे मंत्री प्रतिनिधि बदरुद्दीन इराकी के सहयोग से शव वाहन द्वारा झारखंड भेजा गया।
लापरवाह चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई नही होने पर होगा आंदोलन
सर्पदंश से पीड़ित युवक की उपचार में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई नही होने पर आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में वन्यजीव एवं पर्यावरण संरक्षण पर काम करने वाले कैशर हुसैन ने कहा कि सर्पदंश से पीड़ित युवक की उपचार के दौरान चिकित्सक ने भारी लापरवाही बरती है। सर्पदंश के बाद पीड़ित युवक में साँप के जहर फैलने के सारे लक्षण परिलक्षित होने एवं परिजनों के अनुरोध के बाद भी उन्होंने समय पर इलाज नही किया। जो चिकित्सक की लापरवाही उजागर करती है। अगर पाँच दिन के अंदर इलाज में लापरवाही बरतने वाले चिकित्सक के विरुद्ध कार्रवाई नही की गई तो वे आमरण अनशन करेंगे।
इस संबंध में बीएमओ अमोष किंडो ने बताया कि मृत युवक के परिजनों ने उपचार करने वाले चिकित्सक पर लापरवाही का आरोप लगाया है। इस संबंध में मेरे द्वारा उक्त चिकित्सक से जानकारी मंगाई गई है। जानकारी मिलने के बाद आगे की कार्रवाई किया जायेगा।