सरगुज़ा/सीतापुर/अनिल उपाध्याय
लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में सर्व आदिवासी समाज ने शहीद वीर नारायण सिंह के शहीद दिवस को बलिदान दिवस के रूप में मनाया। इस अवसर पर सर्व आदिवासी समाज ने शहीद वीर नारायण सिंह के छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी एवं उनके शहादत पर प्रकाश डालते हुए उन्हें देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाला एक महान योद्धा बताया। बलिदान दिवस के अवसर पर सर्व आदिवासी समाज द्वारा लालबहादुर शास्त्री स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मैनपाट के तराई गाँव कोटछाल निवासी एवं सेना के जाँबाज कमांडो रामकुमार टोप्पो थे। जिनका सर्व आदिवासी समाज ने मांदर की थाप के साथ आदिवासी गमछा ओढ़ाकर परंपरागत रूप से भव्य स्वागत किया।
इस स्वागत से अभिभूत कमांडो रामकुमार टोप्पो ने कहा कि आज शहीद वीर नारायण सिंह के शहादत दिवस पर मेरा सम्मान किया जाना मेरे जीवन को सार्थक कर दिया। उन्होंने कहा कि जब कोई व्यक्ति बड़ी उपलब्धि हासिल करता है तो उसका जगह जगह सम्मान होता है लेकिन जब आपका स्वागत घर मे हो तो उससे एक अलग ही गर्वानुभूति होती है। आज मेरा स्वागत मेरे घर मे हो रहा है वो भी ऐसे दिन में हो रहा है जिस दिन छत्तीसगढ़ के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी शहीद वीर नारायण सिंह ने देश की आजादी और आदिवासी समाज के उत्थान के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी। आज के दिन सर्व आदिवासी समाज के द्वारा मुझे सम्मानित करना मेरे लिए गर्व की बात है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सीतापुर क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है जो आज भी पिछड़ेपन का अभिशाप झेल रहा है। यह हमारा धरोहर है जिसे सहेज के रखने की जिम्मेदारी हम सभी का है किंतु यह बड़े दुःख की बात है कि आज हमारा नेतृत्व होने के बाद भी हम पिछड़ेपन का अभिशाप झेल रहे है। ग्रामीण क्षेत्र में विकास की हालत तो इतनी खराब है कि आज भी बच्चो की शिक्षा देने वाला शिक्षक नदी-नाला पार करके स्कूल जाते है यही हाल स्वास्थ्य सुविधा का है जब कोई बीमार पड़ जाता है तो उसे खटिया के सहारे इलाज कराने स्वास्थ्य केंद्र ले जाया जाता है। आज के इस आधुनिक युग मे लोग आरओ प्लांट लगाकर शुद्ध पानी पी रहे है लेकिन हमारे क्षेत्र के लोग आज भी नदी-नरवा,ढोढ़ी का पानी पीने को मजबूर है।
उन्होंने कहा कि असल आत्मनिर्भर तो हम है जो अपनी जिंदगी अपने शर्तो पर जीते है तभी तो हमारे घरों में हाथियों का इतना हमला होने के बाद भी हम बारिश,सर्दी और गर्मी में भी अपने घरों में डटे रहते है। उन्होंने सर्व आदिवासी समाज के लोगो से कहा कि इसे हमे नजरंदाज नही करना है क्योंकि ये हमारी समस्या है इसे दूर करने कोई नही आयेगा। इसे हमे मिलकर एकजुट होकर दूर करना होगा।कार्यक्रम को ब्लॉक काँग्रेस कमेटी अध्यक्ष तिलक बेहरा प्रभात खलखो, बिगन राम आदि ने भी संबोधित कर शहीद वीर नारायण सिंह की जीवनी पर प्रकाश डाला और उनके बताये आदर्शों का पालन करने की बात कही। कार्यक्रम का संचालन लखन सिदार एवं आभार प्रदर्शन चुंठु खलखो ने किया।
इस अवसर पर सेतराम बड़ा, रमेश बड़ा, रुझाराम टापूनाथ, बाबूलाल, विद्याधर, सुखदेव टोप्पो, नोहर साय, राधेश्याम नागवंशी, अनिमा लकड़ा, वीरेंद्र टोप्पो, अनमोल लकड़ा, संजय सिंह, सुंदर मिंज, राजू पणिकर, सुनीता, अनिता, ई बेक, संतोष बेक आदि उपस्थित थे।