Road Accident: अम्बिकापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर दो ट्रकों की बीच भीषण हादसा, अनियंत्रित होकर घर में जा घुसा ट्रक, बाल बाल बचे घर के लोग…

बतौली (फटाफट न्यूज़) प्रशांत खेमरिया

Road Accident In Batouli: सरगुजा जिले के बतौली क्षेत्र के शांतिपारा में राष्ट्रीय राजमार्ग 43 पर सोमवार की सुबह सुबह एक गंभीर हादसा हो गया हैं। दो ट्रकों की आमने-सामने की टक्कर के बाद एक ट्रक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित घर के अंदर घुस गया। गनीमत यह रही कि, घर में रहने वाले बाहर खड़े थे और कुछ लोग अपने काम में व्यस्त थे। इसी वजह से बड़ा हादसा होते-होते बच गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए दिन तेज रफ्तार बड़े वाहनों की वजह से दुर्घटनाएं देखी जा रही हैं।

दरअसल, सोमवार की सुबह जामपाली रायगढ़ से एक ट्रक क्रमांक सी जी 15 डी बी 9972 कोयला लोड कर सिंगरौली जा रहा था। सामने से सूरजपुर से गेहूं लोडकर ट्रक क्रमांक सी जी 15 आर सी 1335 प्रतापगढ़ की ओर जा रहा था। जैसे ही शांति पारा में हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने दोनों ट्रक पहुंचे। तेज रफ्तार में होने की वजह से संतुलन बिगड़ा और प्रतापगढ़ से आ रहा ट्रक एन एच के किनारे स्थित घर में घुस गया।

ट्रक ने NH और नाली को पार काफ़ी तेज गति से घर में घुसा। इस समय घर के लोग अन्य कार्यों में व्यस्त थे। इसी वजह से कोई गंभीर दुर्घटना नहीं हुई। घर में 7 लोग निवासरत हैं, इसमें तीन छोटे-छोटे बच्चे भी हैं। घर के किचन वाले हिस्से में ट्रक घुसा हैं। दुर्घटना से पहले घर की महिलाएं खाना बना रहीं थीं। काफी तेज गति और जोरदार आवाज से दुर्घटना हुई और लोग सकते में आ गए थे। मामले की ख़बर बतौली पुलिस को देने के बाद पूरी टीम मौके पर पहुंच गई थी।

NH पर रोजाना गंभीर हादसे

राष्ट्रीय राजमार्ग 43 की हालत इस समय दुरुस्त हैं। सड़क का काफ़ी हिस्सा बनाया जा चुका हैं। कुछ हिस्से अभी भी एक लेन तक ही बन पाए हैं। अच्छी सड़क मिलने पर चार पहिया वाहनों की रफ्तार काफी तेज हो जाती हैं। ऐसे में रोजाना दुर्घटनाएं देखी जा रही हैं। सड़क निर्माण करने वाली कंपनी ने कही भी संकेतक और सफेद पट्टी नहीं लगाई हैं। रिहायशी इलाकों में सावधानी संकेतकों का अभाव हैं। इस वजह से रोजाना गंभीर हादसे होते रहते हैं।शांति पारा में बस स्टैंड, तहसील कार्यालय के सामने, हायर सेकेंडरी स्कूल के सामने रोजाना काफी भीड़ जुटती हैं। ऐसे में संकेतों के अभाव में चार पहिया वाहनों की वजह से आए सड़क हादसे देखे जा रहे हैं। इस संबंध में न ही राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग और न ही निर्माणाधीन कंपनी का ध्यान हैं। दुर्घटना के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी नदारद पाए जाते हैं।