सीतापुर(अनिल उपाध्याय)…पानी निकासी के लिए बनाया गया नाली, पानी निकासी के अभाव में जाम हो गया हैं। जिसकी वजह से बारिश का गंदा पानी लोगों के घरों में घुसने लगा हैं। जिससे गंदगी फैलने के साथ घर का माहौल दूषित होने लगा हैं। पानी निकासी हेतु बनाएं गए नाली की बदहाली देख लोगों मे नाराजगी व्याप्त हैं। उन्होंने नाली निर्माण में लापरवाही बरतने का आरोप लगा जांच की मांग की हैं।
दरअसल, ग्राम पंचायत आरा में प्रधानमंत्री ग्राम आदि आदर्श योजना के तहत् 5 लाख रुपये की लागत से नाली निर्माण कराया गया हैं। नावापारा में कराए गए नाली निर्माण के दौरान ग्राम पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही की वजह से नाली के औचित्य पर सवाल खड़े हो गए हैं। निकासी के अभाव में बारिश का पानी नाली में जमा हो गया हैं। जो नाली किनारे स्थित घरों में घुसकर गंदगी फैला रहा हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि घरों का गंदा पानी समेत बारिश का पानी निकासी हेतु नाली का निर्माण कराया गया हैं। जिसके दोनों छोर बंद होने के कारण नाली का गंदा पानी का निकासी नही हो रहा हैं। जिसकी वजह से नाली का गंदा पानी लोगो के घरों में घुसने लगा हैं। जिससे घर का माहौल दूषित होने लगा हैं। इसके अलावा नाली के ऊपर ढक्कन लगाकर उसे ढकना था। किंतु सरपंच की लापरवाही से न तो ढक्कन बना हैं और न ही नाली ढका गया हैं।जिसकी वजह से वहाँ हमेशा बच्चों के गिरने का भय बना रहता हैं। निकासी के अभाव में नाली में पानी जमा होने के कारण वहाँ गंदगी के साथ मच्छरों के प्रकोप भी बढ़ गया हैं। जो डेंगू एवं मलेरिया जैसे संक्रामक बीमारियों को न्योता दे रहा हैं।
इस संबंध में ग्रामीणों द्वारा सरपंच को अपनी परेशानियों से अवगत कराया गया। इसके बाद भी सरपंच ने न तो ग्रामीणों की बात सुनी और न ही पानी निकासी की समस्या दूर की। जिससे गांव के लोग में सरपंच के विरुद्ध आक्रोश व्याप्त हैं। ग्रामीणों का कहना हैं कि, सरपंच द्वारा 5 लाख की लागत से कराई गई नाली निर्माण में काफी अनियमितता बरती गई हैं। जिसका खामियाजा गांव के लोगो को भुगतना पड़ रहा हैं। उन्होंने नाली निर्माण कार्य की जांच कराने की मांग की हैं। ताकि ग्राम पंचायत द्वारा नाली निर्माण में बरती गई लापरवाही उजागर हो सके।