फ़टाफ़ट न्यूज़/सीतापुर || अनिल उपाध्याय
सरगुजा…बहन की मौत को आत्महत्या की बजाए हत्या बता मृतिका के भाई एवं साहू समाज ने पति के विरुद्ध थाने में ज्ञापन सौंपा हैं। सौंपे गए ज्ञापन में भाई ने बहन के पति पर दहेज प्रताड़ना एवं मारपीट का गंभीर आरोप लगाया हैं। इस मामले में मृतिका के परिवार एवं साहू समाज ने पति के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की हैं।
मालूम हो कि, 29 मई को पति संतोष सोनी के साथ हुए विवाद के बाद आधी रात पत्नी रूपलता गुप्ता ने आत्महत्या कर अपनी जान दे दी थी। पेशे से शिक्षिका रूपलता गुप्ता द्वारा किए गए आत्महत्या पर घरवालों ने संदेह जताया था।मृतिका के भाई ने पति संतोष सोनी पर हत्या का आरोप लगा कार्रवाई की मांग की थी। घटना के 12 दिन बाद मृतिका के भाई रूपेश गुप्ता एवं साहू समाज के लोग थाने पहुँचे। जहाँ मृतिका रूपलता गुप्ता के भाई एवं साहू समाज ने संतोष सोनी पर दहेज प्रताड़ना एवं मारपीट का आरोप लगा ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में भाई ने बार बार बहन से दहेज की मांग करने एवं दहेज नही लाने पर बुरी तरह से मारपीट करने की बात कही। भाई ने कहा हैं कि, दहेज न लाने की वजह से मेरी बहन को उसका पति मायके नही आने देता था। इसके अलावा उसे अपने माता पिता एवं भाई बहन से भी बात करने की इजाजत नही थी। पति पत्नी के बीच अक्सर होने वाले विवाद की वजह से मृतिका काफी दिनों से अपने तीन बच्चों के साथ पति से अलग रह रही थी। आपसी सहमति के बाद पति पत्नी एवं बच्चे साथ रहने लगे थे। साथ रहने के दरम्यान घटना वाले दिन पति पत्नी के बीच विवाद हुआ था। जिसके बाद पेशे से शिक्षिका रूपलता गुप्ता ने आधी रात घर मे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
थाने में ज्ञापन सौंपने के दौरान साहू समाज के अध्यक्ष सदानंद गुप्ता मंत्री प्रतिनिधि संदीप गुप्ता नपं उपाध्यक्ष परमेश्वर गुप्ता सुनील गुप्ता देवेंद्र गुप्ता विजय गुप्ता दिनेश गुप्ता इलू गुप्ता अनिल गुप्ता समेत मृतिका के घरवाले उपस्थित थे।
थानेदार के नाम लिखित ज्ञापन छोड़ गई हैं मृतिका-
आत्महत्या से पूर्व शिक्षिका रूपलता गुप्ता ने थाना प्रभारी के नाम एक लिखित आवेदन छोड़ गई हैं।जिसमे उन्होंने पति के ऊपर मानसिक एवं शारीरिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है।इसके अलावा मृतिका ने आवेदन में बहुत सारी बाते लिखी हैं। उसने अपने साथ होने वाले किसी भी तरह के घटना के लिए पति को जिम्मेदार ठहराया हैं। आवेदन में तिथि दर्ज नही होने के कारण यह पता नही चल पा रहा हैं कि, यह आवेदन कितनी पुरानी हैं। इस संबंध में थाना प्रभारी शिशिरकांत सिंह ने मामले की जांच कर कार्रवाई की बात कही हैं।