अम्बिकापुर
- एंटी करप्शन ने की अम्बिकापुर मे कारवाही
- जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय का मुख्य लिपिक पकडाया
- 15 हजार की रिश्वत ले रहा था आरोपी मुख्य लिपिक गेंदराम साहू
- एसीबी के डीएसपी करोसिया और निरीक्षक रोशनी वासनिक की अगुवाई मे हुई कारवाही
भ्रष्ट अधिकारियो के लिए महफूज ठिकाना बन चुके अम्बिकापुर मे भ्रष्टाचार के एक और मामला सामने आय़ा है, लेकिन इस बार का मामला कोई आरोप और जांच का नही है। बल्कि रिश्वत लेते रंगे हाथो गिरफ्तारी का है। दरअसल आज अम्बिकापुर मे एंटी करप्शन ब्यूरो ने कारवाही करते हुुए ,एक ऐसे
लिपिक को गिरफ्तार किया है, जो एक चपरासी की पगार निकालने के एवज मे रिश्वत ले रहा था। और तभी एसीबी ने उसे रंगे हाथो धर दबोचा।
एंटी करपश्न के डीएसपी श्री एस पी कुरासिया और निरीक्षण रोशनी वासनिक की अगुवाई मे आज एंटी करपश्न की टीम ने प्रार्थी गजेन्द्र प्रसाद उराव की शिकायत पर आज अपने बिछाए जाल के मुताबिक नीले रंग की जीश्न और सफेल धारीदार शर्ट पहने सख्श को गिरफ्तार किया है। पकडा गया आरोपी अम्बिकापुर के जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय मे पदस्थ मुख्य लिपिक गेंद राम साहू है, जबकि रिश्वत लेने के शिकायत करने वाला प्रार्थी गजेन्द्र प्रसाद
उराव लुण्ड्रा के पडौली पूर्व माध्यमिक शाला मे बतौर भृत्य पदस्थ है।
जानकारी के मुताबिक लुण्ड्रा के पडौली मे पदस्थ भृत्य गजेन्द्र प्रसाद उराव ग्रीष्म कालीन अवकाश के दौरान जनवरी, फरवरी और मार्च महीने मे जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय मे पदस्थ था। लेकिन इस दौरान वो कार्य मे अनुपस्नथित था। जिसके बाद वो अपने इन तीन महीनो की पगार के लिए लगातार जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा था,, इसी दौरान विभाग के मुख्य लिपिक गेंदराम साहू ने उससे तीनो महीने की तनखाव निकालने के एवज 20 हजार रुपए की मांग की। क्योकि भृत्य इतनी बडी राशि देने मे सक्षम नही था, लिहाजा उसने इसकी शिकायत एंटी करप्शन कार्यालय बिलासपुर के दफ्तर मे कर दी।
इधर भृत्य गजेन्द्र की इस शिकायत के बाद एसीबी के अधिकारियो ने आज से एक-दो दिन पूर्व शिकायत की झानबीन कराई, जिसके बाद आज एसीबी ने अपने योजना के तहत प्रार्थी गजेन्द्र उराव को 15 हजार रुपए की रिश्वत लेकर भेजा, और आरोपी लिपिक गेंदराम ने उससे बाबूपारा के आसपास मिलने की बात कही, और फिर जैसे ही आरोपी इस रकम को लेने अपने कुछ दोस्तो के साथ वंहा पंहुुचा। तो भृत्य गजेन्द्र ने उसको रंग लगे 500-500 की नोट आरोपी को दी, और फिर ये रकम लेने के तुरंत बाद एसीबी की टीम ने अपने तय कार्यक्रम के मुताबिक आरोपी गेंदराम को रंगे हाथो गिरफ्तार कर लिया।
गौरतलब है कि पकडे गए आरोपी के खिलाफ पहले भी रिश्वत मांगने की शिकायत जिला प्रशासन के पास हो चुकी है, संभवत उस मामले मे भी इससे खिलाफ विभागीय जांच चल रही है। बहरहाल अब तो रिश्वत मांग के मामले की पुष्टी हो चुकी है। औऱ आरोपी रिश्वत के रंगे हाथो के साथ एसीबी की हिरासत मे है। जिसे एसीबी आरोप पत्र और सबूतो के साथ न्यायालय मे पेश करने जा रही है।