गांव के सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज करने का विरोध !
गांव के रसूकदार पर शासकीय जमीन पर कब्जा कर उलटा सरपंच के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने का आक्रोश !
अम्बिकापुर
अम्बिकापुर से लगे चठिरमा के समीप स्थित मेण्ड्रा खुर्द गांव की महिलाओ , बच्चो और पुरूषो ने देर शाम गांधीनगर थाना का घेराव कर दिया ! महिलाओ और ग्राम वासियो का आक्रोश है कि पुलिस ने गांव के एक रसूकदार की शिकायत पर देर शाम गांव के सरपंच को हिरासत मे ले लिया था ! जिसके बाद तकरीबन 10 ट्रेक्टर मे पंहुचे गांव के लोगो ने थाने के सामने जमकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी ! स्थिती यहां तक पंहुच गई कि गांधीनगर थाना पुलिस को थाना परिसर का गेट बंद कर दिया और तनावपूर्ण स्थिती को देखते हुए पुलिस सुरक्षात्मक मूड मे आ गई !
ग्रामीणों का आरोप है की गाँव के रसूकदार हिमांचल राजवाड़े के द्वारा शासकीय भूमि पर कब्जा कर निर्माण कार्य कराया जा रहा था और उस निर्माण पर शासन के जब कोई कार्यवाही नहीं की तो ग्रामीणों ने भी एक शासकीय भूमि पर मंदिर बना दिया लेकिन ना जाने क्यों हिमांचल राजवाड़े को यह बात रास नहीं आई और उसने मंदिर की बाउंड्री गिरा दी और कुछ ग्रामीणों पर कार चढ़ाने की कोशिस भी की..जिससे आक्रोशित ग्रामीणों ने हिमांचल राजवाड़े के निर्माण को भी क्षति पहुचा दिया था लेकिन स्थति बिगड़ते देख गाँव के कुछ समझदार लोगो ने गांधीनगर थाने में सूचना दे दी थी की गाँव का माहौल कुछ इस तरह का है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है की उनकी शिकायत पर तो पुलिस गाँव नहीं पहुची लेकिन हिमांचल राजवाड़े की शिकायत पर पुलिस ने गाँव के सरपंच को गिरफ्तार कर लिया है जिसके विरोध में गाँव से सैकड़ो की तादात में ग्रामीण महिलाओं सहित थाने पहुचे और थाने का घेराव कर सरपंच को छोड़ने की मांग करने लगे…
हालाकी इस मामले में गांधी नगर पुलिस का कुछ और ही तर्क है थाना प्रभारी पुष्पेन्द्र सिंह बघेल ने बताया की सरपंच की गिरफ्तारी नहीं की गई है, सिर्फ पूछ ताछ के लिए बुलाया गया था और गाँव में किसी ने अफवाह फैला दी की सरपंच पर कार्यवाही की जा रहे है जिससे ग्रामीण थाने पहुच गए है..
वही इस मामले में प्रशासन का भी यही मत है की सरपंच पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही थी और ग्रामीणों को समझाईस दे दी गई है, और गाँव की जमीन के विवाद को सुलझाने के लिए पटवारी से रिपोर्ट मांगी गई है रिपोर्ट आने के बाद देखा जाएगा के जमीन नजूल की है या क्या मामला है…