अम्बिकापुर
अम्बिकापुर जिला सरगुजा में शासन द्वारा संचालित बाल संप्रेसण गृह का सुरक्षा संबंधी निरीक्षण आज नगर पुलिस अधीक्षक अम्बिकापुर पंकज शुक्ला, थाना प्रभारी गांधीनगर नरेष चौहान के द्वारा किया गया। इस दौरान संप्रेक्षण गृह के परिविक्षा अधिकारी चंद्रमा यादव एवं हाउस मास्टर उपस्थित रहे ।
निरीक्षण के दौरान बाल संप्रेसण गृह भारी अव्यवस्थाएं के बीच वंहा सुरक्षा कर्मी भी नदारद मिले। निरीक्षण के दौरान बाल संप्रेसण गृह की सुरक्षा व्यवस्था में जो कमी पाई गई है,, वो इस प्रकार है।
1. बाल संप्रेसण गृह की बाउण्ड्री वाल की उंचाई कम है जिसको और उंची किया जाकर कंसर्टिना तार से घेरावा कराया जाना चाहिये।
2. बाल संप्रेसण गृह की बाउण्ड्री वाल में दो तरफ से गेट का निर्माण किया गया है जो वर्तमान में मात्र एक गेट का उपयोग किया जा रहा है, सुरक्षा की दृष्टि से दुसरे गेट को बंद किया जाना चाहिए।
3. बाल संप्रेसण गृह में अन्य विभाग के कार्यालय का संचालन किया जा रहा है जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नही है। बाउण्ड्रीवाल से पृथक किया जाना आवष्यक है।
गौरतलब है कि बाल संप्रेक्षण गृह मे सरगुजा संभाग के अलावा रायगढ जिले के भी उन अपचारी बालको को रखा जाता है, जो विभिन्न संगीन अपराधो मे लिप्त पाए जाते है,, और समय समय पर यंहा रखे जाने वाले अपचारी बालक सुरक्षा व्यवस्था और अव्यवस्थाओ को धता बता कर यंहा से फरार होने मे सफल हो जाते है। लेकिन उसके बावजूद यंहा की सुरक्षा व्यवस्था के लिए कोई भी व्यापक इंतजाम नही किए गए है। जबकि यंहा संप्रेक्षण गृह के प्रबंधन के अलावा कई समितियो की निगाहे भी रहती है।
बहरहाल बाल संप्रेक्षण गृह मे नगर पुलिस अधीक्षक पंकज शुक्ला के निरीक्षण के दौरान मिली अव्यवस्थाए कब समाप्त होगी ये तो कहना मुश्किल है, लेकिन ये सच है कि अगर संप्रेक्षण गृह मे ऐसी ही व्यवस्थाएं लागू रही तो फिर यंहा से बाल अपचारियो के भागने का सिलसिला जारी ही रहेगा।