अम्बिकापुर (उदयपुर से क्रांति रावत) उदयपुर ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत दावा में पीडीएस राशन दूकान संचालकों पर गंभीर अनियिमितता का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाया गया है। दूकान का संचालन महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा किया जा रहा है. एसडीएम कार्यालय में सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि फरवरी में दो माह का राशन आया कुछ हितग्राहियों को एक माह का चावल दिया गया उस पर भी पांच किलो तक चावल का कटौती कर दिया गया। फरवरी माह का राशन वितरण के दौरान समाप्त हो गया बोलकर कई हितग्राहियों को नगद राषि 10 प्रति किलो की दर से भुगतान किया गया है.
इधर ग्रामीणों द्वारा रूपये लेने से मना करने तथा चावल ही उपलब्ध कराने की बात कहने पर बोला गया कि जहां शिकायत करना है कर दो चावल नहीं मिलेगा। दूकान संचालकों के द्वारा चावल के अतिरिक्त चना, शक्कर और नमक कभी कभी देने का अरोप लगाया है। अक्टूबर 2018 में चावल, चना, शक्कर, तेल, नमक का वितरण नहीं किया गया। ग्राम पंचायत दावा के सचिव एवं उप सरपंच के द्वारा हितग्राहियों को नए कार्ड जारी किए जाने एवं सत्यापन करने का झांसा देकर राशन कार्ड पंचायत भवन में एकत्र किया गया। तथा एकत्र कार्डां को दिसम्बर माह में चावल लेने के दौरान सभी हितग्राहियों को वापस किया गया तब उसमें अक्टूबर माह का इन्ट्री दर्ज किया हुआ था।
इतना ही नहीं ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध करने पर बोला गया कि हम राशन दे चुके है अब राशन नहीं मिलेगा। इनके द्वारा राशन का वितरण माह के तीसरे से चौथे सप्ताह में किए जाने का आरोप भी ग्रामीणों द्वारा लगाया गया है।
इस बारे में सनियारो ने बताया कि चावल लेने गये थे चावल नहीं दिया चावल के बदले दो सौ रूपये नगद राषि दिया गया है।
दावा के 70 वर्षीय गंझू राम ने बताया कि चावल लेने गए थे वितरण करने वालों ने कहा कि चावल नही है रूपया ले जाओ इस बुजुर्ग द्वारा पैसा लेने से मना कर दिया गया है।
बुधो बाई ने बताया कि चावल लेने आए थे तो समूह की महिलाओं ने कहा कि चावल को हाथी खा गया है चावल नही है रूपये ले जाओ। हम लोगों ने चावल लेने से मना कर दिया है।