- बिलासपुर- अनूपपुर- अम्बिकापुर रेल लाईन मे बढी घटनाए
- चोरी , उठाईगिरी और जहरखुरानी की घटनाए हुई आम
- अम्बिकापुर आने वाली कोई भी ट्रेन नही है सुरक्षित
- लुटरो को नही आम आदमी को परेशान करती है आरपीएफ पुलिस
अम्बिकापुर
बिलासपुर से चिरमिरी पेसेंजर ट्रेन से अम्बिकापुर निकले दादी और पोता अम्बिकापुर में पंहुची बीबीएम ट्रेन मे बेहोशी का हालत मे मिले है। जिसके बाद दोनो को आरपीएफ औऱ जयनगर पुलिस के माध्यम से अम्बिकापुर के जिला अस्पताल मे भर्ती कराया, मामला पहले से जहरखुरानी का लग रहा था, लेकिन जैसे ही अस्पताल मे बेटे को होश आया तो उसने बताया कि उसकी नशीला प्रदार्थ खिलाकर किसी फेरी वाले ने उसका कीमती समान पार दिया है ।
कल बिलासपुर से अपने घर चिरमरी जाने के लिए दादी कौशल्या देवी औऱ पोता प्रभारकर रजक बिलासपुर चिरमिरी ट्रेन मे जैसे ही अंदर आए , तो एक फेरी वाले ने दादी पोते से ऐसा बनाया कि दोनो ने फेरी वाले की फ्री मे दी चिप्स और बिस्किट को खा लिया, फिर क्या दोनो की नींद ना चिरमिरी मे खुली और ना ही कही रास्ते मे और जिसके बाद दोनो आज दोपहर 12.30 बजे बीबीएम ट्रेन के भीतर बेहोशी की हालत मे सीधे अम्बिकापुर पंहुच गए। हांलाकि अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पंहुचने के बाद दोनो बेहोश दादी पोता को पुलिस ने 108 संजीवनी की मदद से जिला अस्पताल भिजवाया, और जब अस्पताल मे इलाज के दौरान पोते को होश आया तो उसने बताया कि इस घटना मे उसकी दादी कौशल्या की सोने की चैन और उसका मोबाईल दोनो गायब था ।
दरअसल बिलासपुर से चिरमिरी आने वाली ट्रेन की दो बोगी मनेन्द्रगढ मे कट कर अम्बिकापुर आने वाली बीबीएम ट्रेन मे जुड जाती है, और संभवत दोनो उसी बोगी मे सवार थे और यही वहज है कि जहरखुरानी के शिकार दादी पोता दोनो बेहोश हालत मे अम्बिकापुर रेलवे स्टेशन पंहुच गए ,, इधर अम्बिकापुर जिला अस्पताल की पुलिस सहायता केन्द्र प्रभारी निर्मला कश्यप ने भी बताया कि मामला जहरखुरानी का है फिलहाल इस घटना पर अम्बिकापुर की रेलवे प्रोटक्सन फोर्स जांच कर रही है।
ट्रेन मे होने वाली जहरखुरानी , लूट और छेडछाड के मामले अम्बिकापुर-बिलासपुर रेल मार्ग मे काफी बढ गए है, जिसकी बानगी है कि दादी पोता किसी फेरी वाले के द्वारा किए जहरखुरानी के शिकार हुए। बहरहाल इस घटना को देखकर दो बाते साफ है कि ट्रेन मे किसी अनजान का भरोसा नही करना चाहिए और दूसरा अम्बिकापुर –बिलासपुर रेल मार्ग लुटेरे के काम करने के महफूज रेल लाईन बन गई है।