अम्बिकापुर ऊपर दिख रही तस्वीर आप को सोचने पर मजबूर कर सकती है…. ये तस्वीर आपकेे विश्वास और आपके राजनैतिक प्रेम को ठेस भी पंहुचा सकती है और शायद कुछ राजनैतिक पंडित इसे सरगुजा के राजनैतिक इतिहास का नया अध्याय भी मान सकते है ! ऐसा इसलिए क्योकि तस्वीर मे दिखने वाले चार पांच शख्स मे एक तो छत्तीसगढ की राजनीति मे गहरी दखल रखने वाले वही अजीत जोगी है,, जो छत्तीसगढ के पहले मुख्यमंत्री भी थे और अतीत मे देश के दिग्गज कांग्रेसी होने के साथ वर्तमान मे प्रदेश की राजनीति मे तीसरे विकल्प वाली पार्टी के सुप्रिमो है ! लेकिन हैरत तो उनकी बाईं तरफ बैठे उस शख्स के लेकर है ,, जो वर्तमान मे जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष होने के साथ जोगी के घोर प्रतिद्वंदी माने जाने वाले छत्तीसगढ के विधानसभा नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव के काफी करीबी है !
दरअसल इन तस्वीरे मे जोगी के साथ दिखने वाले शख्स सरगुजा जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय अग्रवाल है ! जो शनिवार 24 मई को अजीत जोगी की नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ के सरगुजा जिला अध्यक्ष दानिश रफीक के घर आयोजित इफ्तार पार्टी मे शामिल होने आए थे ! चूंकि इस दौरान वो अपने नेता टी एस सिंह देव से छत्तीस का आकडा रखने वाले अजीत जोगी के साथ मंच मे कुछ इस तरह नजर आए ,, जैसे कि वो उनके नही इनके खास है तो सवाल उठना लाजमी है !
क्या उठ रहा है सवाल
दरअसल अम्बिकापुर नगर निगम की स्थापना की तीसरी पारी मे कांग्रेस सत्ता मे है और कांग्रेस के पार्षद निगम के सभापति के स्वाभाविक दावेदार थे ! जिसमे कांग्रेस जिला अध्यक्ष व पार्षद अजय अग्रवाल और निगम मे दस साल के भाजपा शासन मे नेता प्रतिपक्ष रहे , मौजूदा पार्षद शफी अहमद इस पद के दावेदार थे ! लेकिन सरगुजा कांग्रेस के वन मैन आर्मी माने जाने वाले विधायक और विधानसभा मे नेता ओपेजीशन टी एस सिंहदेव की दखल और एक समझौते के तहत निगम मे पहले एक साल के लिए शफी अहमद को सभापति बनाकर अल्प संख्यक वोट को साधा गया लेकिन फिर आगामी चार साल के लिए जिन अजय अग्रवाल को निगम का सभापति बनाया जाना तय हुआ था , उनको दो ढाई साल बाद भी सभापति नही बनाया गया !
इन परिस्थितियो के लिहाज से इफ्तार पार्टी से निकल कर आई तस्वीर ये समझने के लिए काफी है कि कांग्रेस मे सभापति की कुर्सी अब गले की हड्डी बन चुकी है ! वही इनके अलावा भी कांग्रेस के खास नेता जिनमे पार्षद पपिंदर सिंह और अधिवक्ता प्रवीण गुप्ता ने भी इस अचंभित कर देने वाली राजनैतिक फोटो मे चार चांद लगा दिया है! लेकिन इन सब के बीच इफ्तार पार्टी वाले स्थान से चंद फासले की दूरी मे रहने वाले निगम के सभापति शफी अहमद की गैर मौजूदगी ने ये सोंचने के लिए भी मजबूर कर दिया है , कि आखिर ये हो क्या रहा है ?
कही सरगुजा रियासत की शियासत पर कब्जा करने के लिए जोगी शतरंज की चाल तो नही चल रहे है ?