बलरामपुर..(कृष्णमोहन कुमार)…प्रदेश में एक ओर जहाँ सरकार राज्य के नौनिहालों को अक्षर ज्ञान सिखाने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में दाखिला कराने की मुहिम चला रही है..और शारीरिक तौर से कमजोर नौनिहालों को सुपोषित करने गर्म भोजन से पूरक पोषण आहार देने की योजना संचालित कर रही है..तो वही जिले में एक तीन वर्षीय मासूम की आंगनबाड़ी के समीप बने ढोढ़ी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका की लापरवाही से मौत हो गई है..और मामला सामने आने के बाद अब इस खबर से बेखबर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी जांच के बाद कार्यवाही का हवाला दे रहे है..
बता दे कि जिले के रामचंद्रपुर विकासखण्ड के ग्राम बगरा में महिला बाल विकास विभाग के द्वारा संचालित आंगनबाड़ी में अध्ययनरत एक तीन वर्षीय मासूम अनुष्का पिता अशोक अगरिया आंगनबाड़ी के समीप स्थित ढोढ़ी में 12 मार्च को डूब गई थी..और 5 फीट गहरे ढोढ़ी में डूबने से उसकी मौत हो गई..बच्ची को पानी मे तैरते पहले उसे उसकी माँ गीता ने देखा जिसके बाद बच्ची को पानी से निकालकर तत्काल रामानुजगंज अस्पताल पहुँचाया गया..जहाँ डाक्टरो ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया.जिसके बाद बच्ची के परिजन बच्ची को घर लेकर आ गए थे..और सरपंच के हस्तक्षेप के बाद 13 मार्च को विजयनगर चौकी को इस मामले की सूचना दी गई..तब बच्ची का पोस्टमार्टम कराया गया..लेकिन इस मामले में सरपंच का आरोप है..की आंगनबाड़ी सहायिका और कार्यकर्ता की लापरवाही से यह घटना हुई. यही नही आंगनबाड़ी केंद्र में अंकित बच्ची की वास्तविक जन्मतिथि के साथ भी छेड़छाड़ की गई है..
अनुष्का और उसका 4 वर्षीय भाई दोनो आंगनबाड़ी में अध्ययनरत है..और 12 मार्च को अनुष्का को उसकी माँ आंगनबाड़ी छोड़ने गई थी..और बच्ची को आंगनबाड़ी में छोड़ने के बाद वह घरेलू कामकाज में व्यस्त हो गई थी..लगभग डेढ़ से दो घण्टे बाद वह अपने ही परिवार के निस्तारी के लिए बनाए गए ढोढ़ी में नहाने गई थी..जहाँ उसने अपनी बच्ची को पानी मे तैरते देखा..और उसे पानी से निकालकर चीख पुकार करने लगी..तब ग्रमीणों की मदद से बच्ची को अस्पताल ले जाया गया..
वही इस पूरे मसले पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता का अलग ही दलील है..उन्हें यह पता ही नही था..की अनुष्का उस दिन आंगनबाड़ी आयी भी थी या नही..वह तो अपना काम कर रही थी..
मर्ग कायम कर पुलिस कर रही जांच..
विजयनगर प्रभारी ललित यादव ने मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जांच करने की बात कहते हुए..कार्यवाही करने आश्वस्त किया है..
अधिकारियों को नही है पता..
महिला बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी जे. आर. प्रधान अब इस मामले को संज्ञान में लेकर जांच कर विभागीय कार्यवाही करने की दलील दे रहे है..