होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगों की घर से बाहर निकलने की शिकायत मिलने पर होगी कार्रवाई… कलेक्टर ने जिला स्तरीय कोर कमेटी की बैठक में दिये निर्देश

नारायणपुर। होम क्वारंटीन में रह रहे लोगों पर नजर रखें और जरूरी स्वास्थ्य परीक्षण करें। इसके साथ ही होम क्वारंटीन में रहने वाले लोगों को अपने घर में ही सावधानी और सर्तकता से रहने की भी समझाईश दी जाये। होम क्वारंटाइन में रहने वाले लोगो की घर से बाहर निकलने की शिकायत मिलती है, तो उन पर पुलिस विभाग कार्यवाही करें। कोविड-19 के पॉजिटिव पाए गए व्यक्तियों का कांट्रेक्ट ट्रेसिंग कर उनके सम्पर्क में आये व्यक्तियो का तत्काल टेस्ट कराए। उक्त बातें कलेक्टर अभिजीत सिंह ने आज कोरोना वायरस कोविड-19 के संक्रमण एवं रोकथाम के लिए गठित जिला स्तरीय कोर कमेटी की बैठक में कही। बैठक कलेक्टोरेट के सभाकक्ष में हुई।

बैठक में अनुविभगीय अधिकारी राजस्व दिनेश कुमार नाग, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयंत वैष्णव, डिप्टी कलेक्टर धनराज मरकाम, वैभव क्षेत्रज्ञ, मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी ए.आर. गोटा, जिला शिक्षा अधिकारी गिरधर मरकाम, महिला बाल विकास अधिकारी रविकांत ध्रुर्वे सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।

कलेक्टरअभिजीत सिंह ने कहा कि बाहर से आने वाले प्रवासी श्रमिकों एवं लोगों को रखने के लिए जिले में क्वारांटाइन सेन्टरों की संख्या में वृद्धि की गई है, जो कि जिला मुख्यालय से दूर है। क्वारंटाइन सेंटरों की संख्या में वृद्धि एवं दूर होने के कारण सेनेटाइज करने वाले कर्मचारियों की भी आवष्यकता होगी। इसे ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाए ताकि जरूरत पड़ने पर सेंटरों को सेनेटाइज कर सकें। एक ही सेंटर में ज्यादा लोगों को क्वांरटाइन न करें, अलग अलग सेंटरों में लोगों को क्वारंटाइन करें। क्वारंटाइन सेंटर खाली होने के बाद उन्हें पूरी तरह सेनेटाइज करें, उसके बाद उसकी सफाई किया जाए। पहले से जो लोग क्वारांटाइन सेन्टर में रह रहें है, और उन सेंटरों में कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं, तो उन क्वारंटाइन सेन्टर में रहने वाले लोगों की जांच करायी जाये। साथ ही ऐसे क्षेत्रों को कन्टेनमेंट जोन बनाया गया है। वहां पुलिस विभाग द्वारा नियमित पेट्रोलिंग भी की जाये ताकि लोग वहां से बाहर न निकल सके।

बैठक में कलेक्टर ने जिला मुख्यालय में बनाये जा रहे कोविड केयर सेंटर की जानकारी ली तथा शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि जिन व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण दिखायी दे रहे हैं, उन्हें कोरोना जांच रिपोर्ट आने तक आईसोलेषन वार्ड में रखा जाये।