छत्तीसगढ़ में ACB का एक्शन: 50 हजार की रिश्वत लेते SDM समेत उनके कार्यालय के 3 कर्मचारी भी रंगे हाथ गिरफ्तार

Ambikapur News: एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने शुक्रवार को सरगुजा जिले के उदयपुर एसडीएम बीआर खांडे सहित 4 लोगों को 50 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया है। एसडीएम द्वारा एक ग्रामीण से जमीन से जुड़े राजस्व प्रकरण में उसके पक्ष में आदेश पारित करने रकम की मांग की गई थी। यही नहीं एसडीएम ने आदेश पारित करने के एवज में प्रार्थी व उसके परिजनों की 50 डिसमिल जमीन अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री आदि कराने पावर ऑफ अटॉर्नी भी निष्पादित करा ली थी। ये दस्तावेज भी एसीबी के हाथ लग गए हैं, इसकी भी जांच की जा रही है। एसीबी की टीम एसडीएम को लेकर उनके अंबिकापुर स्थित शासकीय बंगले में भी पहुंची, यहां भी दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। एसीबी की यह कार्रवाई रात 10 बजे तक जारी रही।

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उदयपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जजगा निवासी कन्हाई राम बंजारा ने एसीबी कार्यालय में शिकायत की थी कि उदयपुर एसडीएम कार्यालय में राजस्व से जुड़े प्रकरण में उसके व परिजनों के पक्ष में आदेश पारित करने के लिए एसडीएम बीआर खांडे द्वारा 50 हजार रुपए की रिश्वत मांगी जा रही है।

इस पर एसीबी की टीम ने 21 जून को एसडीएम को रंगे हाथों पकडऩे योजना बनाई और प्रार्थी को शाम लगभग 6 बजे कार्यालय भेजा। यहां प्रार्थी जब एसडीएम के पास रुपए लेकर पहुंचा तो उन्होंने अपने बाबू धरमपाल को लेने के लिए कहा। इसके बाद धरमपाल द्वारा भृत्य अबीर राम को रिश्वती रकम को अपने पास रख लेने कहा, फिर अबीर राम ने प्रार्थी से रुपए लेकर रख लिए और एसडीएम को जाकर बताया कि मैंने रकम ले ली है। इस पर एसडीएम ने भृत्य अबीर राम को कहा कि रुपए को गार्ड नगर सैनिक कविनाथ सिंह को दे दो। फिर भृत्य ने 50 हजार रुपए नगर सैनिक को दे दिए।

इसी बीच पहले से तैनात एसीबी की टीम ने रिश्वती रकम लेन-देन के दौरान एसडीएम बीआर खांडे, बाबू धरमपाल, भृत्य अबीर राम व गार्ड कविनाथ सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।

50 डिसमिल जमीन भी हड़प ली

एसडीएम बीआर खांडे द्वारा प्रार्थी व उसके परिजन के पक्ष में आदेश करने के एवज में ग्राम जजगा स्थित 50 डिसमिल जमीन को भी अपने महिला परिचितों के पक्ष में बिक्री आदि कराने संबंधी पावर ऑफ अटॉर्नी निष्पादित करा ली गई थी ताकि भविष्य में उक्त जमीन को अपने नाम रजिस्टर्ड करा सकें। पावर ऑफ अटॉर्नी की प्रति भी एसीबी के हाथ लग गई हे। सभी आरोपियों की संपत्तियों के संबंध में भी एसीबी द्वारा गहन जांच प्रारंभ कर दी गई है।