कोंडागांव. बीती रात पूरे देश मे दीवाली मनाई जा रही थी. जगह-जगह दीप और पटाखे जलाए जा रहे थे. खुशियां मनाई जा रही थी. लेकिन इसी बीच छत्तीसगढ़ के कोंडागांव जिले में एक दर्दनाक हादसा हो गया. और हादसे में 3 लोगों की जिंदा जलने से मौत हो गई.
जानकारी के मुताबिक, माकड़ी थानां क्षेत्र में प्रतिबंध के बाद भी स्कूल और अस्पताल के पास फटाखा दुकान लगाया गया था. जो भीड़भाड़ वाला इलाका है. रात में फटाखा व्यापारी दुकान बंद करके दुकान के अंदर सो रहे थे. इसी दौरान एक दुकान में अचानक भीषण आग लग गई. और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया.
आसपास के मौजूद स्थानीय लोगों ने अपने घरों से पानी लाकर आग बुझाने की बहुत कोशिस की. लेकिन आग पर काबू पाए जाने तक दुकान के अंदर मौजूद दुकान संचालक काशी सेन, उम्र 60 वर्ष, निवासी माकड़ी, बरन नेताम, उम्र 60 वर्ष निवासी बेलगांव और शिवलाल नेताम, उम्र 40 वर्ष, निवासी माकड़ी की जलकर मौत हो चुकी थी. पुलिस ने तीनो के शवों को दुकान से बाहर निकलवाकर पीएम के लिए भेज दिया.
वहीं इस घटना में जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने आई है. प्रशासन ने फटाखा बेचने का व्यापारियों को लाइसेंस तो दे दिया. लेकिन उसके लिए मापदंड के अनुसार जगह नहीं दी. और प्रतिबंध के बावजूद अस्पताल और स्कूल के पास लगाया गया. जानकारी के अनुसार, यह इलाका नेशनल हाईवे से लगा है और भीड़भाड़ वाला एरिया है. इसी लापरवाही के चलते तीन लोगों की हादसे में मौत हो गई.