ASI के अंधेकत्ल के मामले का हुआ पटाक्षेप.. कुल्हाड़ी से वार कर की गई थी हत्या..लगभग 50 से अधिक संदेहियों से पूछताछ के बाद मिली सफलता!..

कोरबा..जिले के बांगो थाने के आवासीय परिसर में मिली एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार की लाश के मामले में पुलिस को सफलता हाथ लगी है.. पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया है..इसके साथ ही पुलिस ने हत्या के मामले के आरोपी करण गिरी को गिरफ्तार करते हुए..हत्या में प्रयुक्त कुल्हाड़ी को आरोपी के निशानदेही पर से बरामद किया है!..

दरअसल 10 मार्च की सुबह एएसआई नरेंद्र परिहार की लाश उनके सरकारी आवास में मिली थी..जिसके बाद से हड़कम्प मच गया था..घटना की सूचना मिलते ही खुद एसपी यू. उदय किरण मौके पर पहुँचे थे..और घटना के विभिन्न पहलुओ पर पुलिस जांच कर रही थी..एएसआई परिहार के अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाने में बिलासपुर रेंज आईजी बीएन मीणा के मार्गदर्शन में बिलासपुर व कोरबा की सयुंक्त सायबर सेल की टीमें लगी हुई थी..वही जांच के दौरान पुलिस ने लगभग 50 से अधिक संदेहियों से पूछताछ की थी..और इसी दौरान पुलिस की नजर में ठिढाईपारा बावापारा कोनकोना निवासी 25 वर्षीय करण गिरी पिता राजकुमार गिरी पर थी.. पुलिस ने करण से सख्ती से पूछताछ की..और करण ने एएसआई परिहार की कुल्हाड़ी से ताबड़तोड़ वार कर हत्या करना स्वीकार किया..

पुलिस के मुताबिक करण पर दिसम्बर 2022 में पुलिस ने अवैध शराब का प्रकरण दर्ज किया था..और वह उक्त प्रकरण में 15 से 20 दिनों तक जेल में निरुद्ध रहा..और होली के दिन रात 9:30 बजे तक बावापारा में डीजे बजाने की शिकायत के बात एएसआई नरेंद्र सिंह परिहार ने कार्यवाही करते हुए डीजे को जप्त किया था..जिसके बाद आरोपी करण एएसआई के दिनचर्या की जानकारियां जुटाने लगा था..और 9 से 10 मार्च की दरम्यानी रात एएसआई के आवासीय परिसर में पहुँच एएसआई की कुल्हाड़ी से वार कर हत्या कर दी थी..

बहरहाल पुलिस के लिए चुनौती बनी एएसआई परिहार के अंधेकत्ल की गुत्थी को आखिरकार पुलिस ने सुलझा लिया है..और हत्या का आरोपी अब सलाखों के पीछे है..इस अंधेकत्ल की गुत्थी को सुलझाने में एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा,एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी,बांगो थाना प्रभारी अभय सिह बैस सहित सायबर सेल की महत्वपूर्ण भूमिका रही!..