महासमुंद.. जिले में कल शराब दुकान के सुपरवाइजर से 9 लाख की लूट घटना महज एक पहेली बनकर रह गयी है..पुलिस आबकारी विभाग के तहरीर का इंतजार कर रही है..उस तहरीर का जिसमे शराब दुकान के सुपरवाइजर के साथ हुई लूट की घटना का ब्यौरा हो..लेकिन आबकारी विभाग है..की वह अब शराब दुकान का स्टॉक खंगालने में लगी हुई है..बहरहाल इन पंक्तियों के लिखे जाने तक मामला अब भी हवा हवाई ही नजर आ रहा है..
दरअसल कल सुबह 10 से 10.30 के करीब तुमगांव थाना क्षेत्र में स्थित गड़ाघाट सरकारी शराब दुकान का सुपरवाइजर 9 लाख रुपये नगद लेकर महासमुंद की ओर आ रहा था..इसी बीच गड़ाघाट पुल के पास दो अज्ञात बाईक सवारों ने उसके साथ लूट की घटना को अंजाम देते हुए..तुमगांव की ओर भाग निकले..जिसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई..
थाना प्रभारी तुमगांव केशव कोसले के मुताबिक उन्होंने शराब दुकान के सुपरवाइजर के साथ घटनास्थल का मुआयना भी किया..चूंकि वर्तमान में प्रदेश की सभी शराब की दुकाने सरकार के अधीनस्थ है..ऐसे में आबकारी विभाग की ओर से लूट के सम्बंध में पुलिस को अधिकृत तौर पर जानकारी नही दी गई है..लिहाजा पुलिस भी लुटेरों का पता लगाने में कतरा रही है..
वही आबकारी विभाग के अधिकारियों की माने तो वे दुकान का स्टॉक चेक करने के बाद ही..स्पष्ट तौर पता लगा पाएंगे कि दुकान से कितने की शराब की बिक्री हुई है..क्योंकि शराब की बिक्री का हिसाब हर दिन आबकारी विभाग को भेज दिया जाता है..और कैश सरकारी खजाने में जमा कराई जाती है..
बहरहाल अब भी यह लूट का मसला हवा हवाई ही है..और सबसे अहम सवाल तो यह है..की ग्रामीण क्षेत्र शराब दुकान में 9 लाख रुपये का कलेक्शन..और उसके बाद उक्त राशि को बगैर किसी सुरक्षा के अकेले लेकर जाना ..समझ से परे है..