अम्बिकापुर से आकाश प्रधान की रिपोर्ट
बीते 5 दिनो से जन सुरक्षा चेतना मंच के बैनर तले भुख हङताल पर बैठे सत्ता पक्ष के नेता की सुध लेने वाला कोई नही हैं । प्रशासन की तानाशाही के विरोध में प्रारंभ हुआ यह भूख हङताल अब बङा रुप धारण करते जा रहा हैं । दरअसल ये आंदोलन आदानी कोल माइंस और एसईसीएल के द्वारा नगर के मुख्य मार्ग और भीड भाड वाली सडक से कोल परिवहन करवाने के विरोध में प्रारंभ हुआ था।
अम्बिकापुर के अम्बेडकर चौक के किनारे तम्बू तांन कर बैठे आन्दोलनकारी भाजपा का एक सक्रिय कार्यकर्ता और पार्षद रविन्द्र गुप्त भारती है । शासन प्रशासन की मनमानी से तंग आकर भारती पिछले 5 दिनो से भूख हङताल पर बैठे हुए हैं । दरअसल सरगुजा में आदानी कोल माइंस और एसईसीएल में लगी बङी बङी गाङिया पर रोज नगर के मुख्या मार्गो से होकर गुजरती हैं । जिसकी वजह से आए दिन दुर्घटनाए हो रही हैं कई लोगों ने तो अपनी जान भी गंवा दी हैं । और शहर के रास्ते होने वाले ऐसे जानलेवा कोल परिवहन को बंद कराने की मांग को लेकर श्री गुप्त भुख हङताल पर हैं । पर अभी तक प्रशासन या शासन का कोई भी जिम्मेदार अधिकारी इनसे मिलने तक नही पहुंचा हैं । लेकिन खास बात है कि जनहति के मुद्दे पर आंदोलन कर रहे भारती को नगर वासियों से साथ कई शासकीय और गैरशासकीय संगठन का भी भरपुर सहयोग मिल रहा हैं ।रविन्द्र गुप्त भारती कहना हैं कि जब तक जान है तब तक आन्दोलन पर रहेंगे और भूखे पेट वह प्रशासन से लङाई लङेंगे । हाल ही में अम्बिकापुर आए मुख्यमंत्री के बाई पास की घोषणा पर पार्षद ने कहा हैं की सौगात तो मिली हैं पर काफी देर से मिली अगर सङक बनने में 2 वर्ष लगेगा तब तक को कई लोग अपनी जान गंवा चुके होगें ।
आंदोलन कारी भारती की भुूख हङताल अब विकराल रुप धारण करती जा रही हैं । आज अम्बिकापुर की महिलाओं ने जन सुरक्षा चेतना मंच के पंडाल पर पंहुच कर भूख ह़डताल का समर्थन किया। इतना ही नही इस मुद्दे को लेकर भाजपा पार्षद मंजूषा भगत की अगुवाई मे काफी संख्या मे महिला नेशनल हाईवे के अधिकारियों को चुङी सौपने पहुंची । लेकिन महिलाओ के आंदोलन के मूड मे पंहुचने और हाथ मे चूडी देखकर नेशनल हाईवे के अधिकारी मौके से फरार हो गए। जिसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए महिलाओं ने विभाग को चेतावनी दी हैं कि अगर जल्द से जब तक बदहाल सङके ठीक नही हो जाती तब तक कोल परिवहन बंद किया जाएगा।
विकास का दावा करने वाली प्रदेश सरकार भले ही सरगुजा में विकास के कितने भी काम क्यो ना करा दे। लेकिन जिले मे अदानी और एसईसीएल जैसे कोल माइंस खुलने की वजह से हर रोज सडके खूनी हो रही है। बहरहाल शहर के रास्ते कोल परिवहन बंद कराने भले ही कुछ चंद लोग भूख हडताल कर रहे हो । लेकिन उनको रोज नए लोगो को मिल रहे समर्थन को देखकर तो यही लगता है कि पूरा शहर इस बात का विरोध कर रहा है।