सूरजपुर
जिले के विकासखंड प्रेमनगर अंतर्गत ग्राम पंचायत कोतल में बैंक से कृषि के लिए ऋण लेने वाले आदिवासी किसान ने फांसी लगा आत्महत्या कर ली। बैंक से वसूली का नोटिस मिलने के बाद लोक अदालत में उसने 10 हजार रुपए की राशि जमा की थी। शेष राशि जमा करने का उसपर दबाव था। पुलिस ने मृतक के पास से सुसाईड नोट भी बरामद किया है,जिसकी जांच की जा रही है। जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कोतल के धवईपारा मोहल्ला निवासी आदिवासी किसान लाल साय पुहुप पिता शिवप्रसाद पुहुप 33 वर्ष ने शनिवार को सुबह फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। लाल साय पुहुप ने करीब एक वर्ष पूर्व कृषि कार्य के लिए सेंट्रल बैंक की प्रेमनगर शाखा से एक लाख रुपए कर्ज लिया था। इसमें सेंट्रल बैंक की प्रेमनगर की शाखा से ऋण वसूली के लिए नोटिस पहुंचा था। मामले का निबटारा के लिए सेंट्रल बैंक ने मामले को लोक अदालत में प्रस्तुत किया था। लोक अदालत से नोटिस मिलने के बाद लाल साय पुहुप ने 10 हजार रुपए लोक अदालत में जमा कराया था। मृतक की पत्नी राघमेन ने बताया कि बैंक से ऋण लेने के बाद लोन राशि नहीं पटा पाने के कारण लाल साय पुहुप की दिमागी हालत खराब हो गई थी। इस वर्ष भी सूखे की स्थिति के कारण फसल अच्छी नहीं हुई। बस बीच बैंक से लोक अदालत में पेश होकर ऋण राशि जमा करने का नोटिस मिला था। लोक अदालत में उसने 10 हजार रुपए जमा किए थे। राशि जमा करने के बाद उसकी मानसिक स्थिति और बिगड़ गई एवं उसने घर में फांसी लगा ली। मृतक की पत्नी के अलावे घर एक सात माह की बेटी भी है। घटना की सूचना पर मृतक लालचंद के घर पहुँचे जिला पंचायत सभापति पंकज तिवारी ने परिवारवालों को ढांढस बंधाई और तत्काल आर्थिक सहायता के रूप में दो हजार रुपए नगद प्रदान किया। पंकज तिवारी ने परिवार को हर माह तीन वर्षों तक एक हजार रुपए प्रति माह अपने जिला पंचायत के वेतन से देने की घोषणा की है। साथ ही परिवार को हरसंभव मदद के साथ बच्ची की पढ़ाई की जवाबदारी उन्होंने ली। इस दौरान उनके साथ इम्तेयाज अहमद मुख्तार अहमद इमाम हसन संजय विश्कर्मा दिनेश चौबे वसीम हसन पंकज चौबे मौजूद थे।