राजपुर (पूरन देवांगन) राजपुर वन परिक्षेत्र के दुप्पी चौरा में जंगल के शनिवार की रात रास्ते ससुराल जा रहे एक परिवार के चार लोगों को हाथियों ने घेर लिया था। मौके पर से पिता पुत्र तो भागने में सफल रहे किंतु माँ और एक बेटे को हाथियों ने मौत के घाट उतार दिया। जिसके बाद रविवार को सामरी विधायक, सीसीएफ एवं वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया एवं पीड़ित परिवार को सहायता राशि प्रदान किया गया। घटना पश्चात सुबह राजपुर पुलिस व वन विभाग की मौजूदगी में घटना स्थल पर ही शव का पंचनामा कर डॉक्टरों के उपस्थिति में पोस्टमार्टम पश्चात शव को परिजनों को सौप दिया गया। हाथियों के आतंक से पूरे क्षेत्र में पिछले महीने भर से दहशत का वातावरण निर्मित हो गया है। हाथी लंबे समय से दुप्पी चौरा के जंगलों में अपना ठिकाना बनाये हुए है और आये दिन घरों सहित फसलों को नुकसान पहुँचाने का काम कर रहे है इसके साथ ही जान माल की भी हानि कर रहे है। विभाग के लिए सरदर्द बना हाथियों का यह दल आये दिन और भी आक्रमक रूप लेता जा रहा है जिस क्षेत्र में हाथियों ने अपना बसेरा बनाया हुआ है उसके आस पास के गांव में आवागमन का मार्ग घोर जंगलों के बीच से होकर गुजरता है जिससे आवागमन के लिए भी वही एक मार्ग लोगों को अपनाना पड़ता है जिससे हाथी राहगीरों को भी अपना शिकार बना रहे है।शनिवार की रात में हुए घटना में भी हाथियों ने जंगली मार्ग पार कर रहे परिवार को अपना निशाना बनाया।हाथी के भय से आस पास के इलाकों के जंगल किनारे रहने वाले परिवार के सदस्य शाम ढलते ही घरों के बाहर अलाव जला कर हाथी पहरा करते देखे जा सकते है।
हाथियों के द्वारा मारे गए परिवार के सदस्यों व प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों से मुलाकात करने रविवार को सामरी विधायक डॉ प्रीतम राम भी पहुँचे व पीड़ित परिवार से घटना की जानकारी ली गई। घटना स्थल पर पहुँचे विधायक के समक्ष ग्रामीणों ने भी अपनी आप बीती सुनाई व वन विभाग के प्रति नाराजगी व्यक्त की।उनका कहना है कि वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी बस मुआवजा बाटने का काम कर रहे है गंभीरता से हाथियों को भगाने का कोई पहल नही किया जा रहा है जिसकी वजह से हाथी हमारे घरों को फसलों को नुकसान पहुँचा रहे है। विभाग के तरफ से मिलने वाले मुआवजा की राशि काफी कम है।हाथी खेतों में लगे गन्ने की फसल में जब घुसते है तो कई एकड़ की फसलों को बर्बाद करते है उनके द्वारा जो फसलों को बर्बाद कर छोड़ दिया जाता है वो किसी काम का नही होता। हाथी अधिकांश गन्ने की फसलों को ही तबाह कर रहे है और विभाग जो आकलन कर मुआवजा प्रकरण बना रहा है उससे किसी तरह की राहत उन्हें नही मिल रही है ग्रामीणों की मांग है की वन विभाग गन्ने की फसलों का मुआवजा राशि बढ़ाये।
पीड़ित परिवार को मिली तत्कालिक सहायता राशि
हाथियों के द्वारा मारे गए पीड़ित परिवार को वन विभाग के द्वारा विधायक डॉ प्रीतम राम के हाथों 50000 हजार रुपये की तत्कालिक सहायता राशि प्रदान की गई इस दौरान वन अमला के साथ विभाग के सीसीएफ टी के विशेन, डीएफओ विवेकनंद झा, प्रशिक्षु आइपीएफ रामकृष्णा, एसडीओ जे आर भगत, परिक्षेत्र सहायक दिलीप मजकोले, राजपुर थाना प्रभारी किशोर केवट सहित वन विभाग व पुलिस विभाग के कर्मचारी गण उपस्थित थे।
विधायक ने कहाँ सरकार की उदासीनता का शिकार हो रहे है हाथी प्रभावित
हाथियों के क्षेत्र में लगातार आतंक के बीच आज सामरी विधायक डॉ प्रीतम राम की नाराजगी सरकार के प्रति साफ दिखी।हाथी पीड़ितों से मिलने पहुँचे विधायक ने ग्रामीणों के दुःख दर्द को जाना और हाथी द्वारा पहुँचाए जा रहे नुकसान को भी देखा। विधायक ने बताया कि हाथी उनके विधानसभा क्षेत्र में पिछले कई वर्षों से लगातार जान माल,फसल,घर को नुकसान पहुँचा रहे है सैकड़ों किसानों के फसल घर को बर्बाद कर रहे है अभी तक दर्जनों मौतें हो चुकी है पर सरकार आज तक कोई ठोस पहल करने में नाकामयाब रही है।विधानसभा में इस ओर शासन का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास किया जाता रहा है।हाथी के आतंक को रोकने सरकार से विशेष पहल करने व हाथियों के रहवाशी क्षेत्र विकसित करने की मांग की जाती रही है पर सरकार इस विषय पर गंभीर नही है उनके द्वारा कोई ठोस व सार्थक पहल नही किया जा रहा है। जिसका खामियाजा प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों को उठाना पड़ रहा है।लोगों के मौत पर विभाग मुआवजा बाँटने का काम कर रही है हाथी भागने विभाग के पास कोई ठोस उपाय नही है जिससे हाथी आये दिन किसी न किसी को अपना शिकार बना रहे है। दुप्पी चौरा में पिछले 15 दिन से हाथियों के दल के द्वारा लोगों को परेशान किया जा रहा है।वन विभाग के प्रयाशों पर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की हाथियों की तादाद इतनी ज्यादा है की विभाग के नियंत्रण से हाथी बाहर है वो किसी तरह से इस नुकसान को रोक पाने में असफल है। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश दी कि वो जिस तरफ हाथी है उस क्षेत्र से दूर रहें।
वन विभाग प्रभावित क्षेत्र के मार्ग में बेरियर लगा करेगा निगरानी
वन विभाग के सीसीएफ टी के विशेन ने बताया कि हाथी जब तक क्षेत्र से बाहर नही जाते तब तक जान माल के बचाव के लिए विभाग द्वारा प्रभावित क्षेत्र लोधी,मरकाडाँड़,दुप्पी,करसी,चौरा के रास्तों में पांच बेरियर लगाया जा रहा है जिससे हाथी के हलचल की जानकारी आने जाने वालों को दी जा सके साथ ही शाम ढलते इन प्रभावित मार्गों पर खतरे को देखते हुए आवागमन बंद किया जा सके। जिससे हाथी किसी तरह के जान माल की हानि ना पहुँचा सके।साथ ही उन्होंने बताया कि कर्नाटक से हाथियों के प्रशिक्षित महावत दल को भी बुलाया जाएगा जिससे हाथियों पर नियंत्रण कर उसे रिहायसी इलाकों से दूर भेजा जा सके।