कोरिया(चिरमिरी)
सर्व ब्राह्मण समाज चिरमिरी द्वारा हल्दीबाड़ी इकाई के तत्वाधान से भगवान परशुराम जयंती समारोह का आयोजन आॅफिसर्स क्लब हल्दीबाड़ी चिरमिरी में किया गया जिसमें चिरमिरी क्षेत्र के सभी इकाईयों के ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में सर्वप्रथम भगवान परषुराम जी की पूजा अर्चना प्रो0 भागवत प्रसाद दुबेे, डाॅ0 डी.के. उपाध्याय, डाॅ0 सुमित, तिवारी जी प्राचार्य शिशु मंदिर, प्रेमकांत झा, राकेष तिवारी ’अधिवक्ता’, द्वारा पूरे वैदिक रिति रिवाज से की गई। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वप्रथम प्रो0 भागवत प्रसाद दुबे ने कहा कि- औद्योगीकरण एवं नई उभरती अन्तर्राष्ट्रीय संस्कृति के समक्ष नई चुनौतियाॅ खड़ी हो गई है। इस अभूतपूर्व चुनौती का सामना करने के लिये ब्राह्मणों को अपनी शास्त्रीय विरासत को पहचानना होगा तभी वे युगानुकूल जीवन दृष्टि देकर भारत की पहचान को बनाये रख सकते है। भगवान परषुराम के सामने भी उनके युग में ऐसी चुनौती थी। विघटन वाद का शास्त्रीय समाधान ब्राह्मण ही दे सकता है इसलिए ब्राह्मणों को राष्ट्र की पहचान संरक्षित एवं सुरक्षित रखने के लिए आगे होना होगा ताकि विराट भारतीय समाज एक सूत्र में बंध सके।
डाॅ0 डी.के.उपाध्याय ने कहा कि शास्त्रीय मान्यता के अनुसार ब्राह्मणों को समाज में सम्मान मिलता है, बदले में ब्राह्मणों को समाज के सभी लोगों को एक सूत्र में पिरोना चाहिये। उन्होने कहा कि सभी क्षेत्रों में ब्राह्मणों का अतुलनीय योगदान रहा है। अधिवक्ता श्री राकेष तिवारी ने कहा हमें पहले आत्म सुधार करना होगा, एक दूसरे के साथ सहयोग की भावना एवं दायित्व का विकास करना होगा। इसके साथ-साथ चिरमिरी में प्रत्येक काॅलरी में सर्व ब्राह्मण समाज की प्रत्येक शाखाओं में सक्रियता लाने एवं समाज की इकाई को और मजबूत एवं सुगठित करने की बात कही। श्री राजकुमार मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण स्वयं प्रबुद्ध व्यक्ति होता है और उसमें समाज को दिषा देने की क्षमता होती है जिसे हमें आगे लेकर जाना होगा। डाॅ0 सुमित ने ब्राह्मण समाज को एकजूट करने के लिए अध्ययन/अध्यापन पर विषेष ध्यान देने एवं अपने आत्मगौरव को ध्यान में रखने की बात कही।
कार्यक्रम में समाज के उपाध्यक्ष श्री गुलाब मिश्रा जी के निधन पर दो मिनट का मौन रखा गया। मंच का संचालन छोटा बाजार इकाई के सचिव श्री भूपेन्द्र नारायण शुक्ला ने किया एवं आभार प्रदर्षन श्री हरिकांत अग्निहोत्री ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वाचस्पति दुबेे, विनय पाठक, राजकुमार शुक्ला, राकेष पाराशर, रमाषंकर मिश्रा, प्रितेष पाण्डेय, षिवानंद तिवारी, अभिमन्यु दुबे, रविन्द्र तिवारी, षिवगणेष त्रिपाठी, शम्भूनाथ तिवारी, चन्द्रिका प्रसाद तिवारी, गोमती द्विवेदी, षिवबाबू मिश्रा, उमाषंकर मिश्रा, मनीष पाठक, सन्नी पाण्डेय, किषोर पाठक, विजयषंकर दुबे, भरत मिश्रा, रामनारायण चतुर्वेदी, कामता प्रसाद द्विवेदी, रामकृष्ण तिवारी, सरज कुमार मिश्रा, दुर्गेष पाण्डेय, भावानंद मिश्रा, संतोष पाण्डेय, यदुवंष तिवारी, कैलाष मिश्रा, धर्मेन्द्र त्रिपाठी, विजय कुमार तिवारी सहित बड़ी संख्या में सर्व ब्राह्मण समाज चिरमिरी के सदस्यगण उपस्थित थे।