- छत्तीसगढ मेडिकल सर्विस कार्पोरेशन लिमटेड के एमडी है वी रामाराव
- ड्रेनेज की समस्या दिखी सामने, संक्रमण के साये में हैं मरीज
अम्बिकापुर
मेडिकल कॉलेज की मान्यता मिलने के बाद जिला अस्पताल को एमसीआई के मापदण्डों के अनुरूप ढालने व आवश्यक कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के उद्देश्य से आज सीजीएमएससी के मैनेजिंग डायरेक्टर वी रामाराव ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया। श्री रामाराव ने निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन आईसीयू व अन्य भवनों की स्वयं फोटोग्राफी भी की। अस्पताल के निरीक्षण के दौरान सबसे बड़ी समस्या डे्रेनेज की सामने दिखाई दी। रसोईघर से लेकर पूरक पोषण पुर्नवास केंद्र व अन्य स्थानों पर जाम नालियां व कचरे की भरमार देखकर उसकी व्यवस्था बहाल करने की बात कही। जिला अस्पताल में डे्रनेज की समस्या को लेकर कुछ दिन पूर्व देषबंधु अखबार ने प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। खबर के बाद भी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था के लिये बनाये गये अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है।
आज शनिवार को सीजीएमएससी के मैनेजिंग डायरेक्टर वी रामाराव ने मेडिकल कॉलेज के डीन श्री लुका सहित अन्य अधिकारियों के साथ पूरे अस्पताल का निरीक्षण किया। बताया गया कि सितम्बर-अक्टूबर माह में एमसीआई का दौरा यहां होने वाला है। उससे पहले अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के अनुरूप ढालने की कवायद प्रारंभ कर दी गई है। मेडिकल कॉलेज के लिये जिला अस्पताल में क्या-क्या आवश्यकताऐं हंै उन्हेें जल्द से जल्द कैसे पूरा किया जाये इस बात को लेकर डीन ने मैनेजिंग डायरेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराया। श्री रामाराव ने पुराने सैनिक स्कूल भवन का भी निरीक्षण किया। पुराने सैनिक स्कूल भवन में मेडिकल कॉलेज की कक्षाऐं एक अक्टूबर से प्रारंभ होनी है। इसके लिये पूर्व में ही 10 करोड़ की राशि आ चुकी है, परंतु वहां के निर्माण के लिये टेंडर प्रक्रिया दो बार निरस्त कर दी गई। इस बात को लेकर श्री रामाराव ने कहा कि टेंडर मेें विलम्ब होने की बात की वे जांच करायेंगे। फिलहाल अस्पताल में ड्रेनेज की समस्या से मरीज संक्रमण के साये में हैं, जो एक बड़ी समस्या बनकर सामने खड़ी हो गई है। अस्पताल के गंदे पानी की निकासी के लिये कोई व्यवस्था नहीं होने व पुरानी व्यवस्था को बंद कर दिये जाने से बदबू का आलम अस्पताल परिसर में व्याप्त हो चुका है।