रायपुर अपनी मांगो को लेकर शिक्षाकर्मी 2 अक्टूबर को राजधानी रायपुर में सरकार के खिलाफ प्रदर्शन के लिए प्रदेश के हर जिले से आज 1 अक्टूबर की शाम अपने अपने जिले व ब्लाक से निकल रहे थे.. लेकिन सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन शिक्षाकर्मियों की गिरफ्तारी कर रहा है.. और उन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा है.. प्प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश के सरगुजा जिले में लखनपुर थाने में 30, पत्थलगाँव थाना क्षेत्र में तीन वाहनों में लगभग 20 शिक्षाकर्मियों को पुलिस ने रोक रखा है.. इसके अलावा सूरजपुर के प्रतापपुर से जा रही 2 बस को रोकने के अलावा चिरमिरी से बैकुंठपुर रोड में आने जाने वाली बसों को चेक कर किसी निगरानी शुदा की तरह शिक्षाकर्मियों की तलाश पुलिस व प्रशासन कर रही है.. खबर यह भी है की कटोरा रेलवे स्टेशन से संघ के ब्लाक अध्यक्ष सहित एक अन्य शिक्षाकर्मी को गिरफ्तार किया गया है.. अंबिकापुर से दुर्ग जाने वाली ट्रेन के हर बड़े स्टेशन से खबर मिल रही है की प्रशानिक अमला रेलवे स्टेशन में मौजूद है… वही रायपुर में संघ के नेता मनोज सनाडय और बसंत चतुर्वेदी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है..
जानकारी के अनुसार यह कार्यवाही अकेले सरगुजा संभाग ही नहीं बल्की बस्तर में भी जोरो पर है.. कुल मिलाकर शिक्षाकर्मियों के आन्दोलन को कुचलने के लिए सरकार हर हथकंडा अपना रही है.. आज देर शाम से ही तहसीलदार, बीईओ, बीआरसी सहित पूरा प्रशासनिक अमला सक्रीय नजर आ रहा है.. शिक्षाकर्मियों को रायपुर जाने से रोकने लेकिये प्रशासन पूरा जोर लगा रही है… बहरहाल विभाजित छत्तीसगढ़ के इतिहास में ऐसा शायद ही हुआ हो जब सरकार किसी आन्दोलन से इतना घबरा गई की आन्दोलन को कुचलने उसे दुसरे हथकंडे अपनाने पड गए हो.. फिलहाल प्रशासन के लाख प्रयास के बाद भी शिक्षा कर्मी पीछे हटने को तैयार नहीं है.. वैसे जितनी मसक्कत हड़ताल को कुचलने में की जा रही है उतनी ही मेहनत अगर इस समस्या के समाधान के लिए की जाती तो जरूर अब तक कोई ना कोई रास्ता निकल जाता.. लेकिन प्रशासन के इतने दम ख़म लगाने और गाड़ियां पकड़ा जाने के बाद भी शिक्षाकर्मी किसी ना किसी साधन से रायपुर के लिए निकल पड़े है और कल प्रदेश सरकार के खिलाफ हल्ला बोलने की पूरी तैयारी है..