राजनांदगांव..(कृष्णमोहन कुमार)..छत्तीसगढ़ सरकार ने भारी उठापटक के बाद तबादला नीति शुरू करने को हरी झंडी दी थी.लेकिन अब यह तबादला नीति भी सुर्खियों में आ गई है..
दरअसल हुआ कुछ ऐसा है कि..सरकार के एक मंत्री ने एक मृत शिक्षक के नाम का अनुमोदन किया है..और उस शिक्षक का तबादला भी हो गया है.इस तबादला सूची कोइस जल्दबाजी में जारी की गई है..जिसमे विभाग से एक बड़ी चूक हुई है..पर अब विभाग इस मसले पर इसकी सर उसकी टोपी का रुख अख्तियार किये हुए है..
बता दे कि जिले के अम्बागढ़ चौकी विकासखण्ड के शिक्षक एलबी रहे गजेंद्र सिंह ठाकुर का मोहला विकासखण्ड के प्रथमिक शाला कुरुभट्ठी में तबादला कर दिया गया. इस तबादला सुची में सबसे अहम बात यह रही कि..उनके नाम के सम्मुख उनका तबादला स्वेच्छा पूर्वक दर्शाया गया है..
इसके अलावा सरकार की तबादला नीति के तहत किये गए इस आदेश में कई शिक्षकों के नाम ऐसे भी है..जिनका दो-दो स्कूलों में तबादला किया गया है.. जिसे देखकर सम्बंधित शिक्षक खुद हैरान और परेशान है..
बहरहाल दो दिन पहले ही मंत्री जी ने स्पष्ट कर दिया था..की उनसे तबादले के सम्बंध में शिक्षक सम्पर्क नही कर सकते..लेकिन उन्ही के पार्टी के विधायको ने अपने अनुशंसा तबादला करवाया..और मृत शिक्षक का भी तबादला हो गया..
वही प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी आदित्येश्वर खरे के मुताबिक विधायक डोंगरगाँव दलेश्वर साहू की अनुशंसा पर मृत शिक्षक गजेंद्र सिंह ठाकुर का भी तबादला हो गया..