वीडियो: देखिए कलेक्टर साहब!.तहसीलदार और रेत माफिया की कैसे चल रही गठबंधन वाली सरकार..तो अब ?..पढ़िए पूरी खबर!..

बलरामपुर ..(कृष्णमोहन कुमार)..प्रदेश में एक ओर मुख्यमंत्री गौण खनिज मद(डीएमएफ)की समीक्षा पर जोर देर है..और खनिज सम्पदाओं के दोहन ना इस पर शिकंजा कसने की कवायद में है.. तो वही दूसरी ओर उनका प्रशासनिक अमला ही रेत और मुरम की तस्करी करने और करवाने में आमादा है..

जिले के शंकरगढ़ ब्लाक के डीपाडीह कला में इन दिनों गलफुल्ला नदी से रेत के अवैध उत्खनन का कारोबार चरम सीमा पर है..और कल कुछ मीडियाकर्मियों की सूचना के बाद मौके पर पहुँचे तहसीलदार अनिल सिंह गोंड़ ने रेत से भरे ट्रैक्टरों पर कार्यवाही ना करते हुए रेत माफियाओ से साठगांठ का प्रमाण खुद ही प्रस्तुत कर दिया है..

बता दे कि जिस वक्त तहसीलदार मीडियाकर्मियों के बुलावे पर मौके पर पहुँचे उस दौरान 20 ट्रैक्टर रेत से भरे हुए नदी पर खड़े थे ..लेकिन तहसीलदार साहब ने एक ट्रैक्टर पर कागजी कार्यवाही करते हुए अपनी जिम्मेदारियों से मुंह मोड़ लिया..

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वही इस मसले पर उनका जवाब भी बड़ा ही दिलचस्प था..”उनका कहना था कि उन्होंने एक गाड़ी पर जैसे ही कार्यवाही की बाकी के गाड़ी वाले गाड़ी समेत भाग गए”..

इसके अलावा रेत माफियाओ से साठगांठ के मसले पर साहब का रिएक्शन कुछ अजीब सा और हैरान करने वाला था..उनका कहना था कि मैंने कार्यवाही एक ट्रैक्टर पर कार्यवाही की है..बाकी आप को जिसको बताना है बता सकते है!..

दरअसल कल का दिन कोई खास नही था..जब दर्जनभर से अधिक की संख्या में रेत माफियाओ के ट्रैक्टर नदी से रेत लोड करते दिखे हो..ऐसे नजारे अब ग्रामीणों और राहगीरों के लिए खास से आम हो चुके है..फिर भी तहसीलदार साहब इस मसले को उसी रेत में दफन करने की बात कह रहे है..जो समझ से परे है..