अम्बिकापुर निलय त्रिपाठी- बतौली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बुधवार को राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 10 से 18 आयु वर्ग के किशोरों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई थी। इस प्रतियोगिता के माध्यम से किशोरों में स्वास्थ्य के प्रति चेतना विकसित करने का लक्ष्य रखा गया था। इस अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों के अलावा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आला अधिकारी मौजूद थे ।कार्यक्रम के अंत में विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य विभाग किशोरों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने हेतु सतत कार्यक्रम आयोजित करता है। इस कार्यक्रम के तहत अब 10 से 18 आयु वर्ग के बालक, बालिकाओं को किशोर वय की श्रेणी में रखा गया है । कार्यक्रम के तहत आयोजित होने वाले प्रशिक्षण शिविरों में बालिकाओं को मासिक धर्म व बढ़ती उम्र के साथ जननांगों की साफ-सफाई के बारे में विस्तार से बताया जाता है ।इसी तरह बालकों को भी यौन शिक्षा के माध्यम से जागरुक करने की कोशिश की जाती है ।प्रशिक्षण प्राप्त किशोर अपने ग्रामीण परिवेश में स्वास्थ्य प्रेरक बन कर कार्य करते हैं। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत एक अभिनव पहल के संदर्भ मे बुधवार को विशेष चित्रकला प्रतियोगिता आयोजित की गई थी।इस प्रतियोगिता में विकासखंड के 57 किशोर शामिल रहे।इन किशोरों को कागज, पेन, पेंटिंग इत्यादि सामान दिए गए थे।अपनी चित्रकला के हुनर से किशोरो ने स्वास्थ्य के प्रति अपनी समझ और स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए जागरूकता कार्यक्रमों के संबंध में अद्भुत विचार प्रकट किये।प्रतियोगिता में विजेताओं के लिए शील्ड की व्यवस्था भी स्वास्थ्य विभाग बतौली ने की थी। प्रथम बार आयोजित होने वाली इस अनूठी चित्रकला प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए किशोरों में अभूतपूर्व उत्साह देखा गया। प्रतियोगिता में परिणामों के आधार पर शांतिपारा की परुषा खेमरिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया ।प्रथम स्थान प्राप्त प्रतिभागी को शील्ड देकर पुरस्कृत किया गया ।इसके अलावा सर्वश्रेष्ठ 10 किशोर चित्रकारों को भी विशेष पुरस्कार दिए गए। कार्यक्रम के अंत में अपने उद्बोधन के दौरान जनपद उपाध्यक्ष अमिता गुप्ता ने कार्यक्रम आयोजन की सराहना की ।साथ ही कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से किशोरों में स्वास्थ्य के प्रति समझ विकसित होगी और वे समाज में स्वास्थ्य जागरुकता बढ़ाने के लिए अतुलनीय योगदान दे सकेंगे ।कार्यक्रम को नवीन गुप्ता जनप्रतिनिधि ,डॉ अखिलेश भारत और सरपंच कुनकुरी ने भी संबोधित किया।कार्यक्रम आयोजन अवसर पर डॉ अर्चना, अमित एक्का बी पी एम,मंगल सिंह, सरोज सिंह आदि उपस्थित थे।
पियर एजुकेटर की तरह काम करते हैं किशोर
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत किशोर गांव गांव में स्वास्थ्य जागरुकता बढ़ाने के लिए काम करते हैं ।इस योजना के तहत प्रत्येक गांव में 8 से 10 पियर एजुकेटर बनाए जाते हैं ,जो हम उम्र किशोरों से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर बातचीत साझा करते हैं और बढ़ती उम्र में आने वाली सेक्स संबंधी गलत धारणाओं से किशोरों को मुक्ति दिलाते हैं ।कुछ पियर एजुकेटर ग्रामीण क्षेत्रों में मलेरिया, टीवी, कुष्ठ आदि रोगियों की पहचान कर उन्हें स्वास्थ्य विभाग भेजने का भी काम करते हैं ।इसके बदले उन्हें प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है ।पिछले दिनों बतौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इन्हीं पियर एजुकेटर के लिए विशेष प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया था।