राजपुर पूरन देवांगन- बरियो चौकी थाना क्षेत्रांतर्गत मानव तस्करी का सनसनी खेज मामला सामने आया है।तस्कर नाबालिक लड़की व लड़को को काम करने के बहाने बहला फुसलाकर बड़े शहरों में ले जाकर चंद रुपयों की लालच में बेच दें रहे हैं।पुलिस ने ऐसे ही एक गिरोह का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है।पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को पकड़ लिया है जबकि एक फरार है,जिसकी सरगर्मी से तलाश जारी है।
क्या है पूरा मामला:-
राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले भोले भाले पहाड़ी कोरवा के मासूम बच्चों को चंद रुपयों के कमीशन के लालच में बेचने से भी बाज नही आ रहे हैं।क्षेत्र में हमेशा से मानव तस्करी के मामले सामने आते हैं ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहाँ पहाड़ी कोरवा के बच्चे को तस्कर लोक लुभावन लालच देकर बड़े शहरों में ले जाकर कमीशन लेकर काम मे लगा दे रहे हैं।मामला है बरियो थाना के ग्राम घटगांव के माँझावेवरा की जहाँ पहाड़ी कोरवा मथुरा के 11 वर्षीय नाबालिग बच्चे को पत्थलगांव जशपुर क्षेत्र के आनंद चक्रधारी अपने एक साथी संतोष दास के साथ घटगांव में आया और उनके अनुपस्थिति में काम दिलाने के नाम पर बहला फुसलाकर अपने साथ ले गया।जिसके बाद 27 फरवरी को प्रार्थी मथुरा ने इसकी रिपोर्ट बरियो चौकी में की। प्रार्थी की रिपोर्ट पर पुलिस ने जब जांच प्रारंभ की तो चौकानेवाले बात सामने आया। जांच में पता चला कि आरोपी ग्राम घटगांव से करीब 8-10 नाबालिग एवं बालिका लड़कों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। जिसके बाद इसकी जानकारी बलरामपुर पुलिस अधीक्षक को दी गई।मामला सामने आने के बाद बलरामपुर पुलिस अधीक्षक के टी आर कोशिमा इसे गम्भीरता से लेते हुए उनके निर्देश पर एसडीओपी एम एल धृतलहरे के नेतृत्व में अलग अलग टीम गठित कर पुलिस ने आरोपी एवं अपहृत बच्चों की तलाश प्रारम्भ की।पुलिस ने इस मामले के मुख्य आरोपी पत्थलगांव जशपुर निवासी आनंद चक्रधारी को पकड़ने में सफलता पाई है जबकि उसके साथी सीतापुर कोट निवासी संतोष दास पनिका फरार है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ 363,370 (क) के तहत मामला पंजीबद्ध किया है।
दो नाबालिक सहित चार लोग हुए बरामद:-
पुलिस ने जब तलाश शुरू की तब उन्हें अमरावती नागपुर महाराष्ट्र से पहाड़ी कोरवा मथुरा के 11 वर्षीय अपहृत पुत्र के साथ दो अन्य नाबालिक बच्चे एवं उसके साथ चार अन्य युवक जिसमें 20 वर्षीय सुरेश,22 वर्षीय ओमप्रकाश,21 वर्षीय राजनाथ कोरवा व 21 वर्षीय गंगाधर को बरामद करने में सफलता हासिल की। पुलिस ने बताया कि आरोपी नाबालिग बच्चों एवं लड़कों को काम कराने के बहाने उड़ीसा पुणे नागपुर अमरावती कल्याण जैसे राज्यों में ले जाकर काम में लगवाता था जिसके एवज में उसे कमीशन मिलता था।
पूरा खेल कमीशनखोरी का:-
क्षेत्र में मानव तस्कर गिरोह इतने सक्रिय हैं की कमीशनखोरी के लालच में भोले भाले मासूम बच्चों मासूम बच्चों भाले मासूम बच्चों के लालच में भोले भाले मासूम बच्चों मासूम बच्चों भाले मासूम बच्चों मासूम बच्चों युवक एवं युवतियों को देश के अलग-अलग राज्यों में ले जाकर बेच दे रहे हैं। इस मामले में भी आरोपियों ने 5000 रुपए प्रति व्यक्ति कमीशन के लालच में पहाड़ी कोरवाओं के भोले भाले मासूम बच्चों को बहला-फुसलाकर मासूम बच्चों को बहला-फुसलाकर ले गए थे।
यह रहे सक्रिय सक्रिय:-
इस पूरे मामले को सुलझाने में थाना प्रभारी किशोर केवट सहित सब इंस्पेक्टर रूपेश नारंग,हेड कांस्टेबल शशिशेखर तिवारी,धुपसाय पैकरा,फूलचंद पलांगे,कांस्टेबल संतराम वर्मा,शिवलाल कुजूर,शैलेंद्र तिवारी,अतुल साय टोप्पो,नरेंद्र कश्यप,केश्वर पैकरा एवं राजू कुजूर सक्रिय थे।