- दो दिवसीय ‘‘रामगढ़ महोत्सव’’ 20 जून से
- प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता, संगोष्ठी और कला-संस्कृति का अद्भूत संगम
अम्बिकापुर
सहायक कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाष चौधरी की अध्यक्षता में रामगढ़ महोत्सव के सफल आयोजन हेतु जनप्रतिनिधियों, साहित्यकारों, इतिहासकारों तथा गणमान्य नागरिकों तथा अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में आज जिला पुरातत्व ंसंग्रहालय अम्बिकापुर में बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी आषाढ़ के प्रथम दिवस के अवसर पर आयोजित रामगढ़ महोत्सव के दौरान आयोजित कार्यक्रमों पर विस्तृत विचार-विमर्ष करते हुए आयोजन की रूपरेखा का निर्धारण किया गया। इस दौरान आयोजन समिति के सदस्यों द्वारा आयोजन को बेहतर स्वरूप प्रदान के संबंध में सुझाव दिये गये।
सरगुजा जिले के उदयपुर विकासखण्ड में स्थित विश्व की प्राचीनतम् नाट्यशाला के रूप में विख्यात और महाकवि कालीदास की अमर कृति ‘‘मेघदूतम्’’ की रचना स्थली माने जाने वाले रामगढ़ में ‘‘आषाढ़स्य प्रथम दिवस’’ के उपलक्ष्य में दो दिवसीय रामगढ़ उत्सव का आयोजन 20 एवं 21 जून को किया जायेगा। जिला पुरातत्व संघ के तत्वाधान में आयोजित इस महोत्सव में पहले दिन शोध संगोष्ठी तथा प्रष्नोत्तरी प्रतियोगिता का आनंद उठाया जा सकता है, वहीं दूसरे दिन 21 जून को कला-संस्कृति के राष्ट्रीय, राज्य और स्थानीय स्तर के विख्यात कलाकारों द्वारा प्रस्तुत कलाओं का रसास्वादन लिया जा सकता है।
शोध हेतु विषयों का चयन
बैठक में रामगढ़ महोत्सव के प्रथम दिवस को आयोजित संगोष्ठी के लिए शैल चित्रो का संरक्षण एवं अध्ययन, रामगढ़ के समीप स्थलों का पुरातात्विक महत्व, मेघदूतम के संदर्भ में रामगढ़ तथा प्रकृति चेतना एवं पुरातत्व विमर्ष विषय निर्धारित किये गये है। संगोष्ठी का आयोजन जिला पुरातत्व संग्रहालय अम्बिकापुर के ऑडिटोरियम हॉल में किया जायेगा।
शोध पत्र चयन हेतु समिति
रामगढ़ महोत्सव के प्रथम दिवस अम्बिकापुर में आयोजित होने वाले संगोष्ठी हेतु प्राप्त शोध पत्रो के चयन के लिए चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। समिति में प्राचार्य श्री एस.के.त्रिपाठी, श्री जीवननाथ मिश्र, श्री वेणुधर सिंह, श्री वेद प्रकाष अग्रवाल एवं आचार्य श्री दिग्विजय सिंह तोमर का नाम प्रस्तावित किया गया है।
शोध पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 15 जून
सहायक कलेक्टर ने बताया है कि शोधार्थी 15 जून तक कलेक्टोरेट परिसर स्थित जिला पुरातत्व कार्यालय में शोध पत्र जमा कर सकते हैं। इसके पष्चात् प्राप्त शोध पत्रों पर कोई विचार नहीं किया जायेगा।
फोटो प्रदर्षनी
सुश्री चौधरी ने बताया कि रामगढ़ महोत्सव के अवसर पर अब तक आयोजित महोत्सव के अच्छे छायाचित्रों की प्रदर्षनी लगाई जायेगी। इस हेतु उन्होंने जनसम्पर्क अधिकारी को अच्छे छायाचित्रों का चयन कर फोटो प्रदर्षनी लगाने के निर्देष दिये।
रामगढ़ महोत्सव स्मारिका
सदस्यों ने कहा कि प्रत्येक वर्ष होने वाले रामगढ़ महोत्सव की स्मारिका का प्रकाषन कराया जाये। उन्होंने गत वर्ष आयोजित महोत्सव की स्मारिका का विमोचन अगले वर्ष के कार्यक्रम में कराने की मांग की।
परिवहन की सुविधा
लोगों के रामगढ़ जाने के लिए कला केन्द्र में बस की सुविधा उपलब्ध रहेगी। रामगढ़ जाने वाले लोग उसी बस से वापस आ सकते हैं।
सरगुजिहा प्रस्तुती
सदस्यों ने महोत्सव आयोजन के दौरान सरगुजिहा कलाकारों को प्राथमिकता देने की मांग की। सदस्यों ने कहा कि सरगुजिहा में काव्यपाठ्, नृत्य नाटिका सहित अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करना उचित होगा। इस अवसर पर करमा, शैला सहित अन्य स्थानीय लोक नृत्य की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा।
सहायक कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन अभियंता श्री बी.पी. अग्रवाल, सी.एम.एच.ओ. डॉ. ए.के. जायसवाल, डीईओ श्री आर.पी. आदित्य, हस्तषिल्प बोर्ड के श्री जितेन्द्र सिंह, जिला परियोजना अधिकारी श्री के.पी. दीक्षित, उप संचालक उद्यान श्री के.के. मिश्रा, एसडीओ श्री चूणामणी, कार्यक्रम अधिकारी श्री सी.एस. सिसोदिया सहित अन्य जिला अधिकारियों को निर्धारित दायित्वों के निर्वहन के निर्देष दिये। उन्होंने जनपद पंचायत सीईओ श्री नानसाय मिंज एवं श्री उमेष पटेल को स्थानीय व्यवस्थाएं सुनिष्चित करने के निर्देष दिये। अपर कलेक्टर श्री एस.एन. राम आयोजन के नोडल अधिकारी होंगे। कार्यक्रम के समन्वय हेतु जिला पुरातत्व एवं संस्कृति के नोडल अधिकारी श्री सुमित अग्रवाल को उनके मोबाईल नंबर 9907986830 पर सम्पर्क किया जा सकता है।
इस अवसर पर जिला पंचायत के अतिरिक्त सीईओ श्री महावीर राम, श्री करता राम गुप्ता, श्री आलोक दुबे, डॉ. सचिन मंदिलवार, श्री रंजीत सारथी, श्री अजय चतुर्वेदी, श्री शिरीष मिश्र, श्री अमलेन्दू मिश्र, श्री गिरीष गुप्ता, श्री कृष्णानन्द तिवारी, श्री अनूप किण्डो सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।