नई दिल्ली
राज्यसभा चुनाव में बड़ा उलटफेर हुआ है. जी मीडिया के मालिक सुभाष चंद्रा ने आर के आनंद को हरा दिया. हरियाणा में बीजेपी समर्थित निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा की जीत कई मायनों में अहम हो गई है. इसे बीजेपी की रणनीतिक जीत कहा जा सकता है.
जानिए किस राज्य में किस राजनीतिक पार्टी ने मारी बाजी?
राजस्थान की 4 सीट
राजस्थान से राज्यसभा की चारों सीटे बीजेपी ने जीत ली हैं. केन्द्रीय मंत्री वैकेया नायडू, बीजेपी उम्मीदवारों के रूप में पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के प्रभारी ओम प्रकाश माथुर, डुंगरपुर राजघराने के पूर्व सदस्य हर्षवर्धन सिंह और रिजर्व बैंक आफ इंडिया के सेवानिवृत प्रबंधक राम कुमार वर्मा चुनाव जीत गये है. चारों सीटों के लिए आज मतदान हुआ था. चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही पार्टी मुख्यालय में जीत का जश्न शुरू हो गया.
यूपी की 11 सीट
यूपी की 11 सीटों पर 12 प्रत्याशी मैदान में थे. समाजवादी पार्टी ने अपने सात उम्मीदवार मैदान में उतारे थे जिन सातों को जीत मिली है. सपा से बेनी प्रसाद, संजय सेठ, सुखराम सिंह यादव जीत गए हैं. वहीं बसपा के 2 प्रत्याशी सतीश चंद्र अशोक सिद्धार्थ ने जीत हासिल की है. बीजेपी प्रत्याशी शिवप्रताप शुक्ला जीत चुके हैं वहीं कपिल सिब्बल ने प्रीति महापात्रा को हरा कर जीत हासिल की है.
मध्य प्रदेश की 3 सीट
मध्यप्रेदश में बीजेपी के दोनों उम्मीदवार अनिल माधव दवे और एमजे अकबर राज्यसभा का चुनाव जीते, कांग्रेस के विवेक तन्खा भी जीते. तन्खा को 58 वोट चाहिए थे, लेकिन 62 वोट मिले. निर्दलीय विनोद गोटिया हार गए हैं.
हरियाणा की 2 सीट
हरियाणा में राज्यसभा की दो सीटों के लिए तीन उम्मीदवार मैदान में है. बीजेपी ने चौधरी बीरेन्द्र सिंह ने चुनाव जीत लिया है. मीडिया टाइकून सुभाष चंद्रा ने जीत हासिल की है. हालांकि आरके आनंद और सुभाष चंद्रा निर्दलीय प्रत्याशी के रुप में मैदान में थे जिनके बीच कड़ी टक्कर थी लेकिन बड़ा उलटफेर करते हुए सुभाष चंद्रा ने जीत हासिल की है.
उत्तराखंड की एक सीट
उत्तराखंड में राज्यसभा की एक सीट के लिए हुए मतदान में कांग्रेस के प्रदीप टम्टा विजयी हुए उन्हें 32 मत मिले जबकि निर्दलीय प्रत्याशी अनिल गोयल को 26 मत मिले.
कर्नाटक की 4 सीट
केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और कांग्रेस के जयराम रमेश, ऑस्कर फर्नांडीस और के सी राममूर्ति कर्नाटक से राज्यसभा के लिए जीते.
झारखंड की 2 सीट
बीजेपी के केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और महेश पोद्दार झारखंड में राज्यसभा की दो सीटों पर हुए चुनाव में जीते ।
आपको बता दें कि सात राज्यों की 27 राज्यसभा सीटों के लिए शनिवार को चुनाव हुआ. मौजूदा चरण के 57 राज्यसभा सीटों में 30 पर उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध चुने जा चुके हैं. ऐसे में शनिवार को 27 सीटों के लिए चुनाव हुए. जिनमें उनमें यूपी की 11, कर्नाटक की 4, राजस्थान की 4, मध्य प्रदेश प्रदेश की 3, उत्तराखंड की 1, हरियाणा की 2 और झारखंड की दो सीटें शामिल थीं.
राज्यसभा चुनाव में बीजेपी को हुआ फायदा, कांग्रेस ने भी अहम सीटें जीतीं
ऐसे में शनिवार को 27 सीटों के लिए चुनाव हुए, जिनमें से 11 बीजेपी, 7 सपा, 6 कांग्रेस और बीएसपी के 2 उम्मीदवार जीते।
14 कांग्रेस विधायकों के वोट खारिज
कांग्रेस को सबसे तगड़ा झटका हरियाणा में लगा। वहां पार्टी के 14 विधायकों ने संभवत: जानबूझ कर मतपत्र पर गलत निशान लगाया जिसके चलते कांग्रेस के 14 वोट रद्द हुए ।
यूपी में 11 सीटों पर हुए चुनाव में थे 12 उम्मीदवार
राज्यसभा की 11 सीटों पर हुए चुनाव में 12 प्रत्याशी मैदान में थे। हर प्रत्याशी को जीत के लिए प्रथम वरीयता के 34 वोटों की जरूरत थी। राज्य विधानसभा के 403 सदस्यों में से सपा के 229, बीएसपी के 80, बीजेपी के 41, कांग्रेस के 29, आरएलडी के आठ विधायक हैं। पीस पार्टी के चार, कौमी एकता दल के दो, एनसीपी का एक, इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल का एक, अपना दल का एक और तृणमूल कांग्रेस का एक विधायक है। छह विधायक निर्दलीय हैं।
निर्दलीय सुभाष चंद्रा की जीत ने सभी को चौंकाया
हरियाणा विधानसभा में 90 सदस्य हैं। इसमें बीरेंद्र सिंह को 40 वोट, आनंद को 21 और चंद्रा को 15 वोट मिले, जबकि 14 वोट खारिज कर दिए गए। इस तरह, 14 वोट के खारिज होने की स्थिति में बीरेंद्र सिंह को अपनी जीत के लिए 26 वोट की ही जरूरत थी और उनके 14 वोट द्वितीय वरीयता के रूप में चंद्रा के पास चले गए, जिससे चंद्रा के वोट 29 हो गए।
फिलहाल हरियाणा विधानसभा में बीजेपी के 47 विधायक, इनेलो के 19, कांग्रेस के 17 (कुलदीप बिश्नोई की दो सदस्यीय हरियाणा जनहित पार्टी के हाल में कांग्रेस में विलय के बाद) तथा बीएसपी और शिरोमणि अकाली दल के एक-एक विधायक हैं।