बलरामपुर (कृष्णमोहन कुमार) जिला मुख्यालय में राज्योत्सव का रंग राजधानी से दूरी की तरह फीका पड़ते जा रहा है,1 नवम्बर छत्तीसगढ़ राज्य उत्सव का दिन है,और बड़े ही धूमधाम से आज के दिन को समूचे छत्तीसगढ़ में त्योहार के रूप में मनाया जा रहा है,यही नही प्रदेश की राजधानी में इस उत्सव का आगाज आज से हो गया है। लेकिन राज्य के अंतिम छोर पर बसे बलरामपुर में राज्य उत्सव की धूम लगभग फीकी सी नजर आ रही है।
छत्तीसगढ़ राज्य को मध्यप्रदेश से पृथक हुए 17 बरस बीत चुके है,और राज्य सरकार ने भी राजधानी के अलावा तमाम जिला मुख्यालयों में इस उत्सव को मनाने दिशा निर्देश किये है,इसके साथ ही राज्य सरकार ने राज्य उत्सव की संध्या को तमाम सरकारी दफ्तरों को रौशनी से सराबोर रखने फरमान जारी किया है,लेकिन जिले के सरकारी विभागों के दफ्तरों का नजारा आज कुछ अलग ही दिख रहा है,और शासन के उक्त फरमान की किस कदर अनदेखी की जा रही इसकी बानगी सहायक आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग,उप संचालक कृषि,परिवहन विभाग में देखने को मिली कि किस तरह विभाग प्रमुखों की लापरवाही के चलते ये सरकारी दफ्तर अंधेरे में है,और बाकी के सरकारी दफ्तरों में वैकल्पिक व्यवस्था के तहत जगमगा रहे है।
दरसल राज्य के अंतिम छोर और झारखंड के सीमा पर बलरामपुर -रामानुजगंज जिला स्थित है,और ऐसा प्रतीत होता है कि,राजधानी रायपुर से 500 किलोमीटर की दूरी होने के चलते राज्य उत्सव की चकाचौंध लगभग फीकी सी है