अम्बिकापुर उच्च शिक्षा विभाग ने प्रदेश के 15 महाविद्यलयों का चयन मॉडल महाविद्यालय रूप में विकसित करने के लिए किया है। शासन ने सभी कॉलेजों के प्राचार्यों से संसाधनों को विकसित करने बजट प्रस्ताव व प्रोजेक्ट बना कर 2 दिवस के अन्दर मांगा है जिसके बाद अंबिकापुर पीजी कॉलेज प्रबंधन ने 7 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाकर संचालनालय को भेजा है।
उच्च शिक्षा विभाग की संयुक्त संचालक डॉ किरण गजपाल ने प्रदेश के 15 महाविद्यलयों का चयन मॉडल महाविद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए किया है। शासन ने रायपुर के 3 ,धमतरी, दुर्ग, बिलासपुर के 2, कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चांपा, कांकेर, जगदलपुर, कवर्धा के अलावा सरगुजा संभाग में अम्बिकापुर के राजीव गांधी स्नातकोत्तर महाविद्यालय व जशपुर के शासकीय एनईइस महाविद्यालय का चयन किया है। उच्च शिक्षा विभाग ने कॉलेज के प्राचार्यों से कॉलेज को विकसित करने शैक्षणिक- अशैक्षणिक सुविधाओं, अधोसंरचना, ग्रंथालय, खेलकूद, सूचना प्रौधोगिकी व अन्य सुविधाओं को विकसित करने के लिए बजट प्रस्ताव सहित प्रोजेक्ट रिपोर्ट बनाकर मांगा है। जिसके बाद पीजी कॉलेज प्रबंधन ने 7 करोड़ का प्रस्ताव बना कर शुक्रवार को शासन को भेजा है। कॉलेज प्रबंधन ने लाइब्रेरी, लैब,खेलकूद, 8 कमरे 40 कम्प्यूटर, टीचिंग-नॉन टीचिंग स्टाफ, यूजीसी के मापदंड के अनुसार स्टाफ, 50-50 सीटर बालक- बालिका छात्रावास, प्रायोगिक उपकरण, भवन मे आवस्यक सुधार के लिए 50 लाख, स्मार्ट क्लासरूम के लिए 7 करोड़ व अन्य सुविधाओं के लिए बजट प्रस्ताव व प्रोजेक्ट बनाकर भेजा है। इस प्रोजेक्ट के स्वीकृत होने के बाद निश्चित तौर पर महाविद्यालय का स्वरूप बदल जाएगा और कि छात्रों को महानगरों के तर्ज पर अध्ययन के लिए बेहतर सुविधा व संसाधन उपलब्ध हो सकेंगे।
पेपरफ्री होगी लाइब्रेरी
पीजी कॉलेज प्रबंधन ने लाइब्रेरी को पेपरलेश बनाने के लिए 40 कम्प्यूटर की मांग की है। कॉलेज प्रबंधन कि मंशा है कि महानगरों की तर्ज पर लाइब्रेरी का डिजिटाइजेशन किया जाए व किताबों की जगह छात्रों को कम्प्यूटर से पढ़ाई करने की सुविधा मिल सके। कम्प्यूटर में प्रमुख राइटरों की लिखी किताबें, पाठ्यक्रम की पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी।
स्मार्ट क्लासरुम बनेगा
पीजी कॉलेज प्रबंधन ने कॉलेज में स्मार्ट क्लासरूम बनाने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत स्मार्ट कंप्यूटर, प्रोजेक्टर वीडियो रिकॉर्डर सहित अन्य संसाधनों ने लैस क्लास रूम होगा जिसमें छात्र ऑनलाइन पढ़ाई करने के साथ ली प्रोफेसर के लेक्चर को रिकॉर्ड कर सकते है जिन्हें बाद में छात्र दोबारा देखकर लेक्चर सुनकर अपनी पढ़ाई कर सकते है।
डॉ एसके त्रिपाठी अपर संचालक उच्च शिक्षा विभाग
उच्च शिक्षा विभाग ने पीजी कॉलेज को मॉडर्न महाविद्यालय के रूप में विकसित करने के लिए चुना है। शासन को हमने 7 करोड़ का बजट प्रस्ताव व प्रोजेक्ट बनाकर भेजा है।