अम्बिकापुर
अम्बिकापुर मेडिकल कालेज को काफी जद्दोजहद के बाद आखिरकार मेडिलक काउंसिल आँफ इण्डिया ने मान्यता दे दी है, इस सत्र से 100 सीटो वाले अम्बिकापुर मेडिकल कालेज की शुरुआत आगामी अगस्त महीने में की जाएगी, जिसके लिए आज मेडिकल कालेज के डीन डाँ आदिले और अधिकारियों ने पुराने सैनिक स्कूल के उस पुराने भवन का निरीक्षण किया, जंहा पर MBBS की कक्षाए शुरू होनी है, गौरतलब है की अम्बिकापुर में मेडिकल कालेज की घोषणा तीन वर्ष पूर्व मुख्यमंत्री डाँ रमन सिंह ने की थी, लेकिन शासन और प्रशासन की उदासीनता की वजह से MCI अब तक अम्बिकापुर को मेडिकल कालेज की मान्यता देने से परहेज कर रही थी,,
२००१३ में जब प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अम्बिकापुर मेडिकल कालेज खोलने की घोषणा की थी,उस वक्त आदिवासी बाहुल्य समूचे सरगुजा जिले में खुशी की लहर दौड़ पडी थी, लेकिन मेडिकल कालेज खोलने की जरुरी व्यवस्थाओ से महरुम अम्बिकापुर जिला अस्तपताल की स्थिती को देखकर मेडिकल काउंसिल आँफ इण्डिया पिछले तीन वर्षो से मेडिकल कालेज को मान्यता देने से गुरेज कर रहा था,, लेकिन घोषणा के तीन साल बाद जब एमसीआई ने मेडिकल कालेज के अस्थाई भवन और जिला अस्पताल मे अनूकूल व्यवस्था पाई, तब जाकर इस सत्र मे अम्बिकापुर मे मेडिकल कालेज खोलने की अनुमति काउंसिल द्वारा दे दी गई है… लेकिन इस व्यवस्था मे भी मेडिकल कालेज को फिलहाल सैनिक स्कूल के पुराने भवन मे संचालित किया जाएगा.. जिसको लेकर कालेज के डीन ने संशय जाहिर किया है कि उधार के भवन मे मेडिकल कालेज दो वर्ष तक ही संचालित किया जा सकता है..
अम्बिकापुर मेडिकल कालेज बनने के बाद कोरिया, बलरामपुर, सूरजपुर , जशपुर और सरगुजा के साथ आस पास के जिले के लोग इस पर आश्रित होंगे,, और यही वहज है कि मेडिकल कालेज खुलने से ना केलव मेडिकल की पढाई की इच्छा रखने वाले छात्र छात्राओ मे खुशी की लहर है बल्कि इलाज के लिए 300 किलो मीटर का फासला तय कर रायपुर जाने वाले सरगुजा वासियो मे भी काफी उत्साह है…
पीएमटी की परीक्षाए हो चुकी है,, और अम्बिकापुर मेडिकल कालेज खुलने से प्रदेश मे मेडिकल की 100 और सीटे बढ गई है.. जिससे इस सत्र मे पीएमटी परीक्षा देने वाले छात्र छात्राओ मे उत्साह देखा जा रहा है,, बहरहाल अब एक तरफ जंहा लोगो को आगामी अगस्त मे मेडिकल कालेज की कक्षा शुरु होने का इंतजार है,, तो वही प्रस्तावित स्थल पर मेडिकल कालेज के खुद के भवन बनने का भी लोगो को बेशब्री से इंतजार है…