रायपुर
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भारत के प्रसिद्ध कार्टूनिस्ट श्री प्राणकुमार शर्मा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। श्री शर्मा ने व्यंग्य चित्रकला के क्षेत्र में ‘प्राण’ के नाम से अपार लोकप्रियता हासिल की। डॉ. सिंह ने कहा कि स्वर्गीय श्री प्राण के हाथों बच्चों के लिए निर्मित हिन्दी कॉमिक्स ‘चाचा चौधरी’ और ‘साबू’ को समाज के सभी वर्गों में लोकप्रियता मिली। उनके निधन से देश ने एक अत्यंत प्रतिभावान और वरिष्ठ व्यंग्य चित्रकार को हमेशा के लिए खो दिया है। डॉ. सिंह ने स्वर्गीय श्री प्राण के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना और सहानुभूति प्रकट करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की है। उल्लेखनीय है कि स्वर्गीय श्री प्राण को वर्ष 2006 में रायपुर में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के हाथों ‘लाइफ टाइम एचीव्हमेंट एवार्ड से नवाजा गया था। यह एवार्ड समारोह स्थानीय पत्रिका ‘कार्टून वॉच’ की ओर से आयोजित किया गया था। श्री प्राण का आज नई दिल्ली में निधन हो गया।
बुलेट ट्रेन व महिला सुरक्षा पर बनाना चाहते थे कार्टून
सेमी बुलेट ट्रेन व बुलेट ट्रेन को हिंदुस्तान में शुरू करने की बात सुनकर प्राण काफी खुश थे। नारायणा विहार स्थित अपने घर की ऊपरी मंजिल पर बने स्टूडियो में उनके सहायक का काम करने वाले गुरचरण बताते हैं कि स्टूडियो में बनाया गया उनका आखिरी कार्टून हाईस्पीड ट्रेन की सोच से जुड़ा था। उन्होंने अपनी इस सोच को कार्टून कहानी की शक्ल देने की शुरू की। इस क्रम में कुछ पन्नों में उन्होंने इसे उकेरा भी। यह कहानी ऐसे हाईस्पीड ट्रेन की है जिसमें आतंकी विस्फोट करना चाहते थे। इस साजिश को साबू व चाचा चौधरी खत्म करते। इस कहानी के अलावा वे महिला सुरक्षा को लेकर भी एक कार्टून सीरिज शुरू करना चाहते थे। स्टूडियो की टेबल पर ये अधूरी कार्टून सीरिज अभी भी पड़ी हुई हैं।
आखिरी कार्टून नर्स व डॉक्टर को किया भेंट
प्राण की जिंदादिली व सकारात्मक सोच जीवन के अंतिम क्षणों तक कायम रही। प्राण के दामाद पुनीत बताते हैं कि आखिरी सांस लेने से एक दिन पूर्व आइसीयू में उन्होंने उन नर्सो व डॉक्टरों को उनकी छवि चित्र बनाकर दीं, जो उनकी देखरेख में जुटे थे।
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