सूरजपुर
भैयाथान से संदीप पाल
राज्य व्यापी लोक सुराज अभियान के तृतीय चरण ‘‘लक्ष्य समाधान का‘‘ के पांचवे दिन मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने आज सूरजपुर जिले के विकासखंड ओड़गी के सूदूर वनांचल पहाड़ों की तराई पर स्थित ग्राम चांदनी बिहारपुर में आयोजित लक्ष्य समाधान शिविर में शामिल हुए। उन्होने वहां के ग्रामीणों की मांग एवं शिकायत के संबंध में प्रथम चरण में प्राप्त आनलाईन और आफ्लाईन आवेदन पत्रों की स्थिति एवं द्वितीय चरण में आवेदनों के आनलाईन गुणात्मक निराकरण की जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने सूरजपुर जिले के विकासखंड ओडगी के दूरस्थ ग्राम चांदनी बिहारपुर में शिक्षा की कमी को भांपते हुए ग्रामीणों द्वारा बिना मांगे ही स्वतः वहां महाविद्यालय प्रारंभ करने की घोशणा की। उन्होने कहा कि चांदनी बिहारपुर में भी महाविद्यालय प्रारंभ होने पर इस क्षेत्र के कक्षा 12वीं उत्तीर्ण विद्यार्थियों को भी अब स्नातक स्तर की षिक्षा आसानी से उपलब्ध होगी। उन्होने कहा कि षिक्षा ही सर्वांगीण विकास का मूल मंत्र है। अब इस क्षेत्र के युवा भी उच्च षिक्षा के माध्यम से विकास की मुख्य धारा में षामिल हो सकेंगे। इसी तरह डाॅ.सिंह ने विकासखंड ओडगी के भू-जल स्तर नीचे होने वाले 87 ग्रामों में सोलर हैंड पंप की स्थापना के लिए 4 करोड 74 लाख रूपये की मंजूरी दी। इनमें बिहारपुर ओडगी क्षेत्र के 19 गांव भी षामिल है। उन्होने कहा कि भू-जल स्तर नीचे होने वाले ग्रामों में सोलर हैंड पंप लगने से वहां के ग्रामीणों को षुध्द पेयजल सुगमतापूर्वक उपलब्ध होगा। लक्ष्य समाधान षिविर में मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह को ग्रामीणों ने बताया कि चांदनी स्व सहायता समूह द्वारा ओडगी क्षेत्र के 26 आंगनबाडी केंद्रों पर पौश्टिक आहार ‘‘रेडी टू ईट‘‘ की आपूर्ति नियमित नहीं की जा रही है। जिसके कारण महिलाओं और बच्चों को पौश्टिक आहार ‘‘रेडी टू ईट‘‘ उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। मुख्यमंत्री ने इसे गंभीरता से लिया और चांदनी स्व सहायता समूह को तत्काल निलंबित करने के लिए कलेक्टर को निर्देष दिये। इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने विद्युत के संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होने सूरजपुर जिले के विद्युतविहीन 172 मजरा टोलों में दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना तथा विद्युतविहीन 135 मजरा टोलों में मुख्यमंत्री मजरा टोला तथा विद्युतविहीन 199 मजरा टोलों में छत्तीसगढ राज्य अक्षय ऊर्जा अभिकरण के तहत विद्युतीकृत करने के निर्देष दिये। मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह से लक्ष्य समाधान षिविर में ग्राम देवडी के ग्रामीणों द्वारा ग्राम को सौर ऊर्जा के स्थान पर परंपरागत ऊर्जा से विद्युतीकृत करने की मांग की। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग को तत्काल स्वीकृत करते हुए ग्राम देवडी को परंपरागत ऊर्जा से ही विद्युतीकृत करने के निर्देष दिये। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने समक्ष बुलाकर ग्रामीणों की मांगों और षिकायतों के गुणवत्तापूर्ण निराकरण के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इसी तरह मुख्यमंत्री ने पाठ्य पुस्तक वितरण, मध्यान्ह भोजन, गणवेष, वन अधिकार पत्रक, जाति, आमदनी, निवास, लाख संग्रहण, संस्थागत प्रसव, स्मार्ट कार्ड के वितरण, महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी प्राप्त की। इसके पूर्व मुख्यमंत्री ने षिविर में उपस्थित लोगों का अभिवादन किया। इस अवसर पर प्रदेष के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यंात्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा, छत्तीसगढ षासन के मुख्य सचिव श्री विवेक ढांढ, मुख्यमंत्री के संयुक्त सचिव और लोक सुराज अभियान के नोडल अधिकारी श्री रजत कुमार मौजूद थे।
मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने समाधान षिविर को संबोधित करते हुए कहा कि आज उन्हें चांदनी बिहारपुर में आने का सुनहरा अवसर मिला है। इसके पूर्व उन्होेने सुकमा, बीजापुर और कोरिया जिले का दौरा कर विभिन्न योजनाओं और लाभान्वित हितग्राहियों की प्राप्त किया है। उन्होने कहा कि प्रदेष के विभिन्न अंचलों के लोगों द्वारा अपनी मांगों और षिकायतों के संबंध में 28 लाख आवेदन पत्र दिये गये है। इन आवेदन पत्रों का गुणवत्तापूर्ण निराकरण क्रमषः 1 मार्च से 1 अप्रैल तक किया गया है। उन्होने कहा कि निराकरणों की जानकारी के लिए लक्ष्य समाधान षिविर का आयोजन किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मांग और षिकायत के निराकरण की जानकारी कम्प्यूटर में भी आनलाईन कर दी गई है। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत राज्य के 33 लाख गरीबी श्रेणी के महिलाओं को मात्र 200 रूपये की पंजीयन षुल्क पर घरेलू गैस कनेक्षन दिया जा रहा है। उन्होने बताया कि विकासखंड ओडगी के 24 हजार 675 लोगों को भी इस योजना के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होने ग्रामीणों को बताया कि ओडगी विकासखंड के 236 गरीबी श्रेणी के आवासहीन एवं बेघर लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास की स्वीकृति प्रदान की गई है। मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने कलेक्टर को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास निर्माण हेतु प्रथम किस्त की राषि का चेक प्रदान करने के निर्देष दिये। उन्होने सौर सुजला योजना के संबंध में कहा कि किसानों को मामूली दर पर सोलर सिंचाई पंप दिया जा रहा है। उन्होने विकासखंड ओडगी के 250 किसानों को सौर सुजला योजना के तहत सिंचाई पंप स्वीकृत करने की जानकारी दी। मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने कहा कि स्मार्ट कार्ड धारकों को पहले इलाज के लिए 30 हजार रूपये की राषि स्वीकृत की जाती थी, अब वे 50 हजार रूपये तक का इलाज निःषुल्क करा सकेंगे।
मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने कहा कि पहले यह क्षेेत्र नक्सल प्रभावित क्षेत्र था। अब इस क्षेत्र में पूरी तरह नक्सलवाद समाप्त हो गया है। अब इस क्षेत्र में षांति व्यवस्था कायम हो गयी है और यहां के लोग विकास के मुख्य धारा में लगातार षामिल हो रहे है। उन्होने कहा कि आज मैं सुबह बलरामपुर जिले के जोनापाट में हेलीकाप्टर से उतरा और वहां निर्मित कुएं से पानी पिया। जहां कभी नक्सल-पुलिस मुठभेड हुआ था। अब वह क्षेत्र षांति व्यवस्था का एक उदाहरण है। मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने लक्ष्य समाधान षिविर में एक युवा द्वारा अवैध षराब बेचने की जानकारी देने पर इसे गंभीरता से लेते हुए कोचिया प्रथा बंद करने के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक को सख्त निर्देष दिये। उन्होने कहा कि अगर किसी भी थाना क्षेत्र में अवैध षराब और कोचिया द्वारा षराब बेचने की जानकारी मिलने पर भी थाना प्रभारी द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती, तो उन्हें उस थाने में रहने का कोई अधिकार नहीं होगा। मुख्यमंत्री डाॅ.सिंह ने कहा कि जरूरतमंद लोगों को योजना का लाभ मिलने के साथ साथ उनमें संतुश्टि होती है तभी वह योजना सही मायने में सफल होती है। उन्होने अधिकारियों को जरूरतमंद लोगों को योजनाओं का लाभ देने के साथ साथ जरूरतमंद लोगों को संतुश्ट करने की भी समझाईष दी। लक्ष्य समाधान षिविर में जिले के कलेक्टर श्री जी.आर.चुरेंद्र, जिले के पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री संजीव झा, चांदनी बिहारपुर कलस्टर के दस ग्राम पंचायतों के पंचायत पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और बडी संख्या में ग्रामीणजन उपस्थित थे। प्रदेश के गृह, जेल एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री रामसेवक पैकरा ने आभार व्यक्त किया।