मुख्यमंत्री निवास घेराव के बाद जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के “कुर्सी छोड़ो” आंदोलन का प्रदेशव्यापी दूसरा चरण
प्रदेश के सभी ब्लाक और जिला मुख्यालयों से आमजनों ने प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री को हटाने की गुहार लगाई और “न खाऊंगा और न खाने दूंगा” की बात याद दिलाई
अम्बिकापुर जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने “कुर्सी छोड़ो” आंदोलन के दुसरे चरण में आज प्रदेशव्यापी “पोस्ट कार्ड इस्तीफ़ा” अभियान चलाया गया । इस अभियान के अंतर्गत प्रदेश के सभी ब्लॉक व जिला मुख्यालयों में रमन सरकार के भ्रष्टाचार व दुशासन से त्रस्त आमजनों ने मुख्यमंत्री को कुर्सी से हटाने की अपील प्रधानमंत्री को पोस्ट कार्ड भेजकर की। इस अनोखे कार्यक्रम का उद्देश्य मुख्यमंत्री की नैतिकता को जगाना था जिससे वो स्वयं अपना पद त्यागें। पोस्ट कार्ड भेजने प्रदेश के सभी स्थानों पर जकांछ (जे) के कार्यकर्ताओं ने काउंटर लगाये थे । अम्बिकापुर में हाई स्कुल के पास एक स्थान पर काउंटर लगाया गया !
इस काउंटर से आमजनों ने अपना नाम और पता लिखकर छपे हुए पोस्ट कार्ड, प्रधानमंत्री को प्रेषित किया। इस पोस्ट कार्ड (संलग्न) में छत्तीसगढ़ की जनता ने प्रधानमंत्री से यह अपील करते हुए लिखा है कि “भ्रष्टाचार से छत्तीसगढ़ की जनता त्रस्त है। नान, पनामा व अगस्ता घोटाले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह व उनके परिवार के सदस्यों का नाम उजागर होने के बाद उन्हें नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र देना चाहिए। किंतु वो ऐसा नही कर रहे हैं। केंद्र में सरकार बनाने के पूर्व आपके द्वारा किया गया वादा ” न खाऊंगा और न खाने दूंगा” को सच साबित करते हुए आप न सिर्फ मुख्यमंत्री को पद से हटाएं बल्कि उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार के मामलों की सीबीआई से जांच कराएं”।
प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया गया की पोस्ट कार्ड इस्तीफ़ा अभियान को पूरे प्रदेश में भारी प्रतिसाद मिला। सभी स्थानों पर पोस्ट कार्ड हाथ में लिए लोगों की लंबी लाइन देखी गयी। बता दें कि तीन चरणों में होने वाले “कुर्सी छोड़ो” आंदोलन की शुरुआत राजधानी रायपुर में 12 अगस्त को मुख्यमंत्री निवास घेराव से हुई थी । इस एतिहासिक प्रदर्शन के उपरांत आज 19 अगस्त को प्रदेशव्यापी “पोस्ट कार्ड इस्तीफ़ा” अभियान चलाया गया है । आंदोलन का तीसरा चरण दिल्ली में होगा जहाँ धरना प्रदर्शन के साथ महामहिम राष्ट्रपति से डॉ रमन सिंह के नेतृत्व वाली छत्तीसगढ़ की भ्रष्ट सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की जायेगी।
इस दौरान दानिश रफिक.ने कहा कि जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के “कुर्सी छोड़ो आंदोलन” का उद्देश्य भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे प्रदेश के मुख्यमंत्री को जनहित में पद त्यागने विवश करना है। साथ ही, केंद्र सरकार पर मुख्यमंत्री के विरुद्ध जांच बैठाने का दबाव बनाना है। राज्य में सरकारी संरक्षण में व्याप्त भारी भ्रष्टाचार के कारणवश सामाजिक और आर्थिक असंतुलन अपने चरम पर है। अमीर और अमीर हो गए हैं और गरीब और गरीब। इस अभिशाप को मिटाने एवं उच्च पद पर बैठे भ्रष्टाचारियों को कुर्सी छोड़ने मजबूर करने “कुर्सी छोड़ो” जन आंदोलन किया जा रहा है । जन भागीदारी से किये जाने वाला यह आंदोलन भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने में मिल का पत्थर साबित होगा।
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे अंबिकापुर शहर के जिला प्रवक्ता रोमी सिद्दीकी ने बताया कि कार्यक्रम मे प्रदेश महासचिव पी एस कुमार, इरफान सिद्दीकी,संतोष यादव, ग्रामीण जिलाध्यक्ष गोपाल केसरवानी, असफाक अली,देवेश सिह, बलविंदर सिंह छाबड़ा, देवेश प्रताप निशांत सिंह गोल्डी नीरज पांडे कलीम अंसारी नितिन गुप्ता अहमद रजा धनंजय मिश्रा देवेश त्रिपाठी संजय गोयल शाहबाद फरहान सिद्दीकी जूही परवीन राहुल पांडे रमीज सिद्दीकी विक्की समझदार रोहित विश्वास कमल सिंह आशीष भट्ट सुनील अग्रवाल नीरज गुप्ता जावेद खान सफदर अली सलीम हैप्पी सूरज वर्मा जसविंदर छाबड़ा सुमन फ्रैंक अतुल लकड़ा संतोष यादव एजाज कुरैशी रोहित सुबह सहित काफी संख्या में जनता कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे!