मुख्यमंत्री को न्यौता नहीं देना भाजपा की आंतरिक गुटबाजी का परिणाम है : कांग्रेस

शीर्ष नेतृत्व प्रदेष के पदाधिकारी एवं मंत्रियों से मन की बात जानेगे 
रायपुर
भाजपा महाजनसंपर्क अभियान को लेकर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेष के संगठन पदाधिकारियों, विधायकों एवं मंत्रियों की बैठक भोपाल में आयोजित की गयी। जिसमें छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डाॅ. रमन सिंह को नहीं बुलाये जाना भाजपा की आंतरिक गुटबाजी को उजागर करता है। प्रदेष कांग्रेस प्रवक्ता महेन्द्र छाबड़ा ने कहा है कि छत्तीसगढ़ में पिछले दिनों नागरिक आपूर्ति निगम के घोटाले को लेकर पूरे देष में जहां हंगामा हुआ है, और आंखफोड़वा कांड से लेकर झलियामारी, नसबंदी कांड, डोम कांड जैसे बड़े-बड़े भ्रश्टाचार और लापरवाही एवं चूक के मामले में मुख्यमंत्री रमन सिंह पूरी तरह घिर चुके है। कांग्रेस द्वारा सड़क से लेकर सदन तक भाजपा को कटघरे में खड़ा कर चुकी है। जेल भरो आंदोलन, आर्थिक नाकेबंदी, धरना प्रदर्षन, आम सभाएं, पदयात्रा एवं छत्तीसगढ़ बंद कर कांग्रेस ने आम जनता के बीच भाजपा की गलतनीतियों एवं भ्रश्टाचार को उजागर करने में सफलता पायी। निगम मंडल एवं एल्डरमेन की नियुक्तियों से भाजपा के निश्ठावान कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के कामकाज पर गहरी नाराजगी जाहिर की है। उससे भाजपा के स्थानीय पदाधिकारी, विधायक एवं मंत्री नाराज है। इन सब परिस्थितियों पर भाजपा के षीर्श नेतृत्व ने गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए छत्तीसगढ़ के संगठन पदाधिकारी, एवं मंत्रियों से मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में मन की बात जानने के लिये मुख्यमंत्री को उस बैठक का न्यौता नहीं दिया है। बैठक में पार्टी के अध्यक्ष अमितषाह सभी पदाधिकारियों से छत्तीसगढ़ की वर्तमान परिस्थितियों पर चर्चा करेंगे। ऐसी संभावना है कि निकट भविश्य में राज्य की भाजपा सरकार की गिरती साख को बचाने के लिये प्रदेष के मुखिया डाॅ. रमन सिंह के कामकाज पर नाराजगी जाहिर करते हुये भाजपा का षीर्श नेतृत्व छत्तीसगढ़ को कोई नई दिषा अवष्य देगा।
प्रेस विज्ञप्ति