रायपुर 06 अक्टूबर 2014
- मुख्य सचिव पहुंचे राजधानी के प्रयास आवासीय विद्यालय में दो घण्टे तक बच्चों को दिया मार्गदर्शन
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के निर्देशों के अनुरूप मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड ने आज राजधानी रायपुर स्थित आवासीय बालक-बालिका विद्यालय ’प्रयास’ में पहुंचकर वहां नक्सल पीड़ित जिलों के बच्चों से मुलाकात की, उनका हौसला बढ़ाया और उनकी क्लास लेकर गणित,रसायन शास्त्र और अंग्रेजी विषयों के बारे में उन्हें मार्गदर्शन दिया। मुख्य सचिव लगभग दो घण्टे तक इन बच्चों के बीच एक अतिथि शिक्षक और मार्गदर्शक की भूमिका में नजर आए। उन्होंने बच्चों से कहा कि विश्व में शिक्षा का स्तर एक जैसा होता जा रहा है। बच्चों को शैक्षणिक विकास के लिए कड़ी मेहनत और परिश्रम करना होगा, तभी वे अपने लक्ष्यों की प्राप्ति कर राज्य व देश के विकास में अपना योगदान दे सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री बाल भविष्य सुरक्षा योजना के तहत प्रदेश नक्सल हिंसा ग्रस्त जिलों के हायर सेकेण्ड्री कक्षाओं के बच्चों के लिए रायपुर में यह विद्यालय वर्ष 2010 से संचालित हो रहा है। यहां बच्चों को ग्यारहवीं-बारहवीं की पढ़ाई के साथ-साथ इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा की अखिल भारतीय प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग भी दी जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने पिछले सप्ताह यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित आदिम जाति विकास विभाग की समीक्षा बैठक में मुुख्य सचिव सहित भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारियों को सप्ताह में कम से कम एक दिन इस विद्यालय में जाने, बच्चों से मिलने और अतिथि शिक्षक के रूप में उनकी कक्षा लेने और केरियर संबंधी मार्गदर्शन देने के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में आज सबसे पहले मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड वहां पहुंचे। उन्होने प्रयास परिसर में बालक-बालिकाओं के अलग-अलग छात्रावासों में जाकर सवेरे ग्यारह बजे से दोपहर एक बजे तक दो घण्टे बच्चों को पढ़ाया।
श्री ढांड ने बाालिकाओं की क्लास में कहा कि उन्हें सफलता के शिखर पर पहुंचने के लिए गणित, रसायन शास्त्र की पढ़ाई के साथ ही साथ कम्प्यूटर पर भी अपनी मजबूत पकड़ बनानी होगी। मुख्य सचिव ने कहा कि हिंदी तो हमारे देश की राजभाषा और राष्ट्रभाषा है ही लेकिन अन्तराष्ट्रीय भाषा के रूप? में हमें अंग्रेजी भी सिखना चाहिए। उन्होंने विद्यालय के शिक्षकों को कम्प्यूटर की क्लास लेने के भी निर्देश दिए। श्री ढांड ने कहा कि बच्चे समय की बर्बादी न करते हुए समय का सही सदुपयोग अपनी पढ़ाई के लिए करें। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मन का वास होता है। इसे ध्यान में रखते हुए बच्चे नियमित रूप से योगा एवं शारीरिक व्यायाम भी करें। उन्होंने बच्चों को सामान्य ज्ञान के लिए नियमित रूप से समाचार पत्र-पत्रिकाएं एवं टी. व्ही. चैनलों पर समाचार सुनने तथा अच्छे कार्यक्रमों को देखने की भी सलाह दी।
मुख्य सचिव ने बच्चों के अनेक प्रश्नों का जवाब देकर उनके मन के संशय को दूर किया और शिक्षकों को कम्प्यूटर, योगा, अंग्रेजी तथा सामान्य ज्ञान पर आधारित एक-एक घण्टे की अतिरिक्त कक्षाएं लेने के निर्देश दिए। इस अवसर पर आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग के सचिव श्री के.मुरूगन तथा आयुक्त श्री एन.के.खाखा भी उपस्थित थे। राजधानी रायपुर के प्रयास आवासीय विद्यालय में चालू शिक्षा सत्र 2014-15 में कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं को मिलाकर 285 बालक और 194 बालिकाएं अध्ययनरत हैं। जुलाई 2010 में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने गुढ़ियारी में इस विद्यालय के लिए निर्मित भवन का लोकार्पण कर यहां संस्था का शुभारंभ किया था। प्रथम चरण में इस विद्यालय में बालकों को प्रवेश दिया गया था। इसके बाद शिक्षा सत्र 2012 से वहां बालिकाओं के लिए भी छात्रावास की व्यवस्था की गयी है।