अम्बिकापुर
अम्बिकापुर के जिला अस्पताल मे एक मां ने तीन बच्चो को जन्म दिया है। परिवार के लोग और बच्चो को जन्म देने वाली मां जंहा इसे भगवान की देन मान रही है। वंही डाक्टरो का कहना है कि तीन मे से एक बच्चे की हातल कम वजन के कारण ठीक नही है। हांलाकि फिलहाल तीनो बच्चो को गहन चिकित्सा केन्द्र मे रखा गया है। जंहा उनकी बेहतरी का ख्याल रखा जा रहा है।
अम्बिकापुर के समीपस्थ गांव परसा निवासी साहनदे राम और कंवर शिवकुंवर बाई की पांच वर्षीय एक पुत्र है। विवाहिता पहले बच्चे के पांच साल बाद दूसरी बार गर्भवती हुई। तो पति ने चिकित्सकीय जांच कराई और पता चला कि उसके गर्भ मे तीन बच्चे पल रहे है। लेकिन इसी दौरान सातवे महीने मे ही गर्भवती शिवकुंवर को प्रसव पीडा होने लगी। लिहाजा आनन फानन मे उसे जिला अस्तपात मे भर्ती कराया गया। जंहा शिवकुंवर ने नार्मल डिलेवरी मे तीन बच्चो को जन्म दिया। अब तीन बच्चो मां की कोख से धरती मे जन्म ले चुके है। परिवार और तीन बच्चो को जन्म देने वाली मां खुद इसे भगवान का वरदान मान रही है।
जिला अस्पताल मे नार्मल डिलेवरी के माध्यम से दो बच्चो के जन्म के बाद तीसरे बच्चे ने 24 घंटे बाद जन्म लिया। लेकिन तीनो मे एक बच्चा जंहा एकदम स्वस्थ है। वही एक का वजन 1 किलो और दूसरे का 750 ग्राम है। इस लिए चिकित्सक एक बच्चे की स्थिती को सही नही मान रहे है। लिहाजा तीनो बच्चो को अस्पताल के गहन चिकित्सा केन्द्र मे रखा गया है।जिला चिकित्सालय के आरएमओ डाँ अजय तिर्की के मुताबिक फिलहाल तीनो बच्चो को आबजर्वेशन मे रखा गया है।
एक साथ तीन बच्चो का जन्म सामान्य बात नही है। लेकिन शिवकुंवर ने एक साथ तीन बच्चो को जन्म दिया है। जो अस्तपाल के साथ पूरे शहर मे चर्चा का विषय बना है। बहरहाल अब दुआ तो यही है कि जन्म देने वाली मां जिन तीनो बच्चो को भगवान का वरदान मान रही है वो सलामत रहे….