महिला उप अभियंता की मेहनत लाई रंग, ओडीएफ की ओर अग्रसर क्षेत्र
प्रतिदिन सुबह पांच बजे उठकर लोगो को ओडीएफ के प्रति करती है जागरुक
प्रतापपुर /जरही
राजेश गर्ग
सूरजपुर जिले का पहला नगर पंचायत खुले में शौच मुक्त बनाने हेतु जरही को राज्य शासन से आदेश मिलने के उपरांत यहां पदस्थ महिला उपअभियंता श्रीमती अर्चना गुप्ता शासकीय महिला कर्मचारी होते हुए अपने दायित्वों का निर्वहन कर रही है। प्रतिदिन तड़के के पांच बजे नगर के विभिन्न चिन्हांकित ओडीएफ स्पॉट पर पहुंच खुले में शौच करने वाले लोगों को जागरुक करते हुए समझाइश दे रही हैं। वही आलम यह है कि महिला उप अभियंता के काम के प्रति कर्तव्य निष्ठा, सरल,सहज व मिलनसार स्वभाव को देख खुले में शौच करने वाले लोग अब घर में शौचालय का उपयोग कर रहे हैं खुले में शौच करने वालों की संख्या नाम मात्र ही देखने को मिल रही है। वही लोगों का मानना है कि उप अभियंता की सार्थक पहल जल्द ही रंग लाएगी व जरही सूरजपुर जिले का पहला ओडीएफ नगर पंचायत अध्यक्षघोषित हो सकेगा।
मामला सूरजपुर जिले के उस नगर पंचायत जरही का है। जहां की अधिकांश आबादी गांव में निवासरत है। नगर पंचायत क्षेत्र के 15 वार्डों में से 9 वार्ड ग्रामीण अंचल क्षेत्र में आता है। यहां 90 प्रतिशत लोग आज से कुछ माह पूर्व तक खुले में शौच करते थे। लेकिन 31अगस्त 2016 को यहां के तत्कालीन इंजीनियर राजेश राम की पदोन्नति उपरांत यहां से उनका स्थानांतरण अंबिकापुर कर दिया गया। उसके बाद अंबिकापुर के गुरुद्वारा गली निवासी श्रीमती अर्चना गुप्ता महिला उप अभियंता ने पद संभाला । मौजूदा समय में अधिकांश शौचालय निर्माणा अधीन थे। जिसे पद संभालते ही महिला उप अभियंता ने मामले को प्रमुखता से लेते हुए घर-घर संपर्क कर शौचालयों को पूर्ण कराने बल दिया। इस बीच राज्य शासन से जारही को सूरजपुर जिले का पहला खुले में शौच मुक्त नगर पंचायत बनाए जाने हेतु जल्द तैयारियां पूर्ण करने का आदेश प्राप्त हुआ है।आदेश प्राप्त होते ही महिला उपअभियंता ने बचे हुए शौचालय को तत्काल पूर्ण कराते हुए लोगों को शौचालय का उपयोग करने हेतु जागरूक करने का प्रयास किया, किंतु उसके बावजूद खुले में शौच करने वाले लोगों में कमी नहीं आ रही थी। उसके बाद महिला उपअभियंता प्रतिदिन तड़के पांच बजे नगर के विभिन्न वार्डों में चिन्हांकित जगहों को ओडीएफ स्पॉट घोषित कर लगातार बिना कोई शर्म के उक्त स्थानों में पहुंच महिला पुरुषों को समझाइश देते हुए खुले में शौच नहीं करने हेतु अपील करती रही। लगातार चिन्हांकित ओडीएफ स्पॉट पर महिला उप अभियंता को पहुंचता देख उनके कर्तव्य निष्ठा सरल, सहज व मिलनसार स्वभाव से प्रभावित होकर अधिकांश लोग खुले में शौच करना छोड़ घर में बने शौचालय का उपयोग करने लगे है। इतना ही नहीं आसपास के लोग उनसे प्रभावित होकर अपने आप इस मुहीम में जुड़कर ओडीएफ घोषित करने में सहयोग देते नजर आ रहे हैं। इस संबंध में श्रीमती अर्चना गुप्ता ने चर्चा करते हुए बताया कि उनके प्रति वरुण गुप्ता हिमाचल प्रदेश में भारतीय सेना में टर्मिनल सेक्शन में ऑपरेटर के पद पर पदस्थ है। देश की सुरक्षा में उनके त्याग और बलिदान के भाव को देख कर मुझ में देश के प्रति कुछ करने का करने की इच्छा जागृत हुई। इसी बीच मुझे मिशन क्लीन सिटी के तर्ज पर जरही ओडीएफ घोषित करने का दायित्व सौंपा गया है। बस में उसी उद्देश्य को लेकर क्षेत्र में कार्य कर रही हूं। ओडीएफ घोषित करने को लेकर तैयारी पूर्ण हो चुकी है लेकिन जरही अंबिकापुर बनारस मुख्य हाइवे के बीच बसे होने के कारण राज्य मार्ग में चलने वाले ट्रक चालकों के द्वारा शमशान नाला के बीच वाहन रोककर गंदगी फैलाई जा रही है। इसी को लेकर लगातार उनको समझाइश दी जा रही है। वही उन्हें सूचित करने हेतु दो बड़े बड़े बोर्ड लगा कर भी उन्हें सचेत किया जा रहा है। कुछ दिनों में दिल्ली की टीम आने वाली है। टीम को स्मार्ट क्लीन मिलने पर जरही को ओडीएफ घोषित कर दिया जाएगा। वहीं जिस कदर यहां के लोगों ने सहयोग किया है उसकी सदा आभारी रहूंगी।
3 वर्ष की बच्ची है
उपअभियंता श्रीमती अर्चना गुप्ता की 3 वर्ष की छोटी सी बिटिया है। बिटिया को अपनी मां के पास छोड़कर जरही में रहकर प्रतिदिन तड़के व शाम को ओडीएफ स्पॉट पर पहुंच लोगों को समझाइश देती रही है वही सुबह दस बजे से शाम 5:00 बजे तक ऑफिस में बैठ कर कार्यालीन कार्य को अंजाम देती हैं।
जनप्रतिनिधि व समाजसेवियों का मिल रहा साथ
इस मुहिम में पहले नगर पंचायत के कर्मी ही जुड़ कर क्षेत्र में स्वच्छता का संदेश दे रहे थे । लेकिन महिला उपअभियंता की छोटी बेटी होने के बावजूद फील्ड में उनकी गतिविधियों को देख क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सहित समाजसेवी लोग भी इस मुहिम में जुड़कर विभिन्न ओडीएफ स्पॉट पर पहुंच निगरानी कर सहयोग प्रदान कर रहे हैं।