अम्बिकापुर निलय त्रिपाठी- एन एच 43 के नव निर्माण के लिए अरबों की ठेका प्राप्त कंपनी क्षेत्र में बदहाली के हालत में है। ना तो सड़क निर्माण का कुछ पता है और ना ही बकाएदारों को कहीं से कोई राहत मिल पा रही है। लगातार भुगतान की मांग कर रहे लोगों ने आखिरकार रविवार को पैसे की भरपाई के लिए अंतिम रास्ता अख्तियार कर लिया । बकायेदार कंपनी के कैंप से सामान ले जाकर उधारी की भरपाई करने लगे। ट्रकों में सरिया ले कर ले जाए जाने की सूचना पर मजदूरों और कर्मचारियों ने हंगामा खड़ा कर दिया ।कंपनी द्वारा काम छोड़े जाने की अफवाह भी पिछले दो दिनों से क्षेत्र में फैली हुई थी ।लिहाजा प्रशासन ने हस्तक्षेप कर कैंप सील कर दिया और मामले को सुलझाने के प्रयास शुरू हो गए हैं । स्थानीय प्रशासन ने साफ कहा है कि किसी भी तरह के अफवाह से बचें कंपनी से जिम्मेदारी पूर्वक काम करवाया जाएगा ।
एन एच 43 के नव निर्माण के लिए चेन्नई की कंपनी को 2 वर्ष पहले अरबों का ठेका दिया गया है। आमजन को यह उम्मीद थी कि इतनी बड़ी कंपनी एन एच 43 का मानक स्तर पर निर्माण कर पाएगी ।लेकिन कंपनी के हौसले मात्र डेढ़ साल में पस्त हो गए ।चौतरफा परेशानियों से घिरी कंपनी ने क्षेत्र में बदहाली फैला दी ।सड़क की दुर्दशा हो गई । पहले से जर्जर सड़क को खोदकर खेतों और पगडंडियों में तब्दील कर दी गई है ।रविवार को मामूली सी बारिश के बाद दलदल की स्थिति से लोगों को दो-चार होना पड़ा ।इसी बीच अब लगातार भुगतान की गुहार लगाते लगाते थक चुके लोगों ने अपने बकाया की वसूली के लिए नया रास्ता अख्तियार कर लिया।रविवार को तीन ट्रकों में भरकर सरिया कंपनी के कैंप से बाहर ले जाया जा रहा था ।यह संभावना जताई गई कि बड़े बकायेदार अपने पैसे की वसूली के लिए अब कंपनी का माल उठाने लगे हैं। मजदूरों को पता चलने पर हंगामा मच गया। कर्मचारियों ,मजदूरों ने अनुविभागीय अधिकारी को फोन पर सूचना दे दी ।पिछले दो दिनों से यह अफवाह फैल रही थी कि कंपनी कैंप छोड़कर और सामान बेच कर भाग रही है ।रविवार को हंगामा मचने के बाद बालमपुर ,मंगारी और आसपास के बकायेदार भी मंगारी कैंप में आकर विरोध प्रदर्शन करने लगे थे ।लोगों ने ट्रकों से सरिया ले जाने का जमकर विरोध किया ।
मामले की सूचना अनुविभागीय अधिकारी पुष्पेंद्र शर्मा को होने के बाद उन्होंने तत्काल संज्ञान लिया और तहसीलदार सीतापुर विजेंद्र सारथी के साथ सीतापुर थाना प्रभारी को भेजकर कैंप को सील करा दिया ।तीन ट्रकों में सरिया सहित कंपनी का पूरा सामान फिलहाल सील कर दिया गया है ।किसी भी तरह के सामान को बाहर निकालने पर मनाही कर दी गई है ।पुष्पेंद्र शर्मा ने जी वी आर कंपनी के अधिकारियों से बातचीत भी की और सोमवार को सारे बकाएदारों की पूरी लिस्ट पेश करने की बात कही है, ताकि मामला स्पष्ट हो सके कि जीवीआर कंपनी की कितनी देनदारी है यह स्पष्ट पता चल सके ।
फिलहाल बताया जा रहा है कि कंपनी सोमवार और मंगलवार तक कुछ मजदूरों के भुगतान अवश्य करेगी लेकिन उसके बाद प्रशासन के सामने यह मामला स्पष्ट होना ज़रूरी है कि लगभग 10 करोड़ का भुगतान कंपनी बड़े बकाएदारों को कैसे करती है ।रविवार को मंगारी कैंप में काफी हंगामे के बीच प्रशासन ने सील बंदी की कार्रवाई की है ।
पुष्पेंद्र शर्मा एसडीएम सीतापुर
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्र के एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने लोगो को अफवाहों से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा की कंपनी जिम्मेदारी से काम करेगी। कंपनी द्वारा काम छोड़ कर जाने की अफवाह से बचें।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए क्षेत्र के एसडीएम पुष्पेंद्र शर्मा ने लोगो को अफवाहों से बचने की अपील की है। उन्होंने कहा की कंपनी जिम्मेदारी से काम करेगी। कंपनी द्वारा काम छोड़ कर जाने की अफवाह से बचें।